उत्तराखंड के इन शहरों से 10 साल पुराने ऑटो-विक्रम, सड़कों से होंगे बाहर, बैठक में हुए कई बड़े फैसले।

ख़बर शेयर करें -

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

संभागीय परिवहन प्राधिकरण के अध्यक्ष व मंडलायुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में दून में प्रदूषण की बदहाल हो रही स्थिति पर पूर्व में शासन द्वारा अनुमोदित 18 स्टेट कैरेज रूटों पर पेट्रोल, बीएस वी-5, मानक सीएनजी, इलेक्ट्रिक सार्वजनिक वाहन के संचालन को लेकर निर्णय लिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल: भवाली, खन्स्यू, बेतालघाट, मुक्तेश्वर और कालाढूंगी पुलिस ने स्कूलों में चलाया नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान।

 

 

राजधानी के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की में डीजल से चलने वाले 10 साल पुराने ऑटो-विक्रम अगले साल 31 मार्च के बाद सड़कों से बाहर कर दिए जाएंगे। संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की मंगलवार को हुई बैठक में परिवहन विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव पर मोहर लग गई। निर्णय लिया गया कि बाकी बचे सभी डीजल वाले ऑटो-विक्रम 31 दिसम्बर 2023 के बाद नहीं चलेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का रोडमैप: उत्तराखंड को समृद्ध और प्रगतिशील बनाने की दिशा में कदम

 

 

डीजल संचालित इन ऑटो-विक्रम की जगह सीएनजी की गाड़ियों का संचालन होगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण के अध्यक्ष व मंडलायुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में दून में प्रदूषण की बदहाल हो रही स्थिति पर पूर्व में शासन द्वारा अनुमोदित 18 स्टेट कैरेज रूटों पर पेट्रोल, बीएस वी-5, मानक सीएनजी, इलेक्ट्रिक सार्वजनिक वाहन के संचालन को लेकर निर्णय लिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  बुजुर्ग महिला को बाघ ने बनाया अपना निवाला, ग्रामीणो ने किया हाइवे जाम।

 

 

राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजाजी नेशनल रिजर्व में जंगल सफारी के लिए सफारी गाड़ियों के लिए अतिरिक्त परमिट देने पर भी सहमति बनी। निर्णय हुआ कि सभी ई-रिक्शा चालकों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *