उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रुद्रपुर- करीब तीन साल पहले नैनीताल बैंक के एक एटीएम से लाखों रुपए की नकदी की चोरी का मामला सामने आया है। एटीएम में कैश डालने वाले एक संस्थान के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।इस मामले में टाटा कम्युनिकेशंस पैमेट सोल्यूसस लिमिटेड ब्लाक ब्रांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स मुंबई ने बीते तीन साल पहले हुई इस मामले में कोर्ट की शरण ली। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोल्यूसस कंपनी ने बताया कि कंपनी पूरे भारत भर में व्हाइट लेबल एटीएम में कैश डालने का काम करतीं हैं। रुद्रपुर के नैनीताल बैंक एटीएम संख्या आई टी डी टी के का काम भी इसी कंपनी के पास है। बताया गया कि कैश डालने के सिवा एटीएम की दूसरी संस्था मैसर्स एन सी आर कारपोरेशन लिमिटेड की भी है।
जिसका काम एटीएम सर्विस का संचालन और रखरखाव का है। इन दोनों चरणों के सिवा संबंधित बैंक के दो अधिकारी भी नियुक्त होते हैं। जिसके पास एटीएम की चाबी व कोड (पासवर्ड) होता है। बताया गया कि 21 नवंबर 2019 को बैंक के शाखा प्रबंधक का फोन आया, कि एटीएम से 5.83। लाख रुपए की नकदी गायब हैं और एटीएम का संचालन बंद हैं।
सूचना पर जब जांच पड़ताल की गई तो जानकारी मिली कि कुछ अज्ञात लोग एटीएम में घुसे और सीसीटीवी कैमरों की तारों काट दी और उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके अलावा अपराधिक कार्य को अंजाम दिया। वही गोपनीय कैमरों में कुछ नकाबपोश व्यक्ति भी दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि इस तरह लाखों की नकदी चोरी कर ली गई।









