5 सूत्रीय मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी गौरव चटवाल के माध्यम अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा।

ख़बर शेयर करें -

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक 

रामनगर प्रेस नोट 1 अगस्त 2022 हेलंग एकजुटता मंच के आव्हान पर रामनगर के विभिन्न सामाजिक राजनैतिक संगठनों द्वारा 5 सूत्रीय मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी गौरव चटवाल के माध्यम अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रामनगर के विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता उप जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। धरना स्थल पर राज्य आंदोलनकारी उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी के संचालन में हुई सभा में हेलंग चमोली गढ़वाल का दौरा कर लौटे मुनीष कुमार, ललिता रावत ने घसियारी महिलाओं के साथ चमोली प्रशासन, टीएच डीसी कंपनी एवं औद्योगिक केंद्रीय सुरक्षा बल के द्वारा की गई अभद्रता के बारे में विस्तार से बताया।

यह भी पढ़ें 👉  दीपावली सुरक्षा को लेकर नैनीताल पुलिस अलर्ट मोड पर — एसएसपी ने दिए विजिबल पुलिसिंग और फायर सेफ्टी के निर्देश,  लंबित विवेचनाओं पर फटकार, उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सम्मान।

 

उन्होंने बताया कि टीएचडीसी कंपनी किस तरह से शासन प्रशासन से मिलकर स्थानीय लोगों का उत्पीड़न कर रही है। कंपनी किस तरह से मानकों का दरकिनार करते हुए काम कर रही है। धरना स्थल पर सभी का कहना था कि यह केवल एकमात्र घटना नहीं है इस तरह की घटनाएं हर रोज स्थानीय लोगों के साथ हो रही है, इसलिए जरूरत है कि जल जंगल जमीन एवं प्राकृतिक संसाधनों पर स्थानीय लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए सब को एकजुट होना होगा। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में 15 जुलाई को हेलंग गांव की घसियारी महिलाओं से घास छीनने, उन्हें छह घंटे हिरासत में रखने और डेढ़-दो साल की बच्ची को एक घंटे तक कस्टडी में रखने वाले सीआईएसएफ़ और पुलिस कर्मियों को निलंबित कर, उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करने, चमोली के जिलाधिकारी श्री हिमांशु खुराना को तत्काल उनके पद से हटाने, पेड़ काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, मलबा नदी में डालने और पेड़ काटने के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने, हेलंग प्रकरण की जांच, उच्च न्यायालय के सेवारत अथवा सेवानिवृत न्यायाधीश से करने की मांग की गई है।

यह भी पढ़ें 👉  सहकारिता से समृद्धि की राह पर अग्रसर उत्तराखंड, सहकारिता आंदोलन बनेगा ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण का प्रेरक सूत्र

इस अवसर पर ललित उप्रेती, मनमोहन अग्रवाल, तुलसी छिम्बाल, कौशल्या, पान सिंह नेगी, नवीन नैथानी, चिंताराम,सरस्वती जोशी, रवि, महेश जोशी, किशन, लालमणि, गोपाल असनोड़ा, राजेंद्र सिंह, प्रियांशु ,चेतन जोशी, उषा पटवाल, प्रेम राम, दुर्गा देवी, मंजू, संतोषी देवी, शाइस्ता, मुनीष कुमार, ललिता रावत, प्रभात ध्यानी आदि थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *