झोलाछाप फर्जी डॉक्टरों को डिग्री देने वाले हिस्ट्रीशीटर की संपत्तियों की जॉच शुरू, 34 डॉक्टरों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें बनाने के निर्देश दिए।

ख़बर शेयर करें -

शादाब हुसैन – सवाददाता

देहरादून झोलाछाप डॉक्टरों को डिग्री मुहैया कराने वाले जफ्फरनगर के हिस्ट्रीशीटर इमलाख की संपत्तियों की जांच भी शुरू कर दी गई है। इस संबंध में मंगलवार को टीम के इंचार्ज एसपी क्राइम सर्वेश पंवार ने सदस्यों के साथ बैठक की। उन्होंने 34 डॉक्टरों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें बनाने के निर्देश दिए है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर डॉक्टर अपना क्लीनिक छोड़कर भाग गए हैं। इनके ठिकानों पर जल्द दबिश दी जाएगी। एसपी क्राइम ने दिशा निर्देश जारी किए हैं कि फरार चल रहे गिरोह के मुख्य आरोपी और डॉक्टरों का रिकॉर्ड जुटा लिया जाए। उन्होंने बताया कि आरोपियों के बैंक खातों का विवरण जुटाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  दिव्यांगता जांच एवं सहायक उपकरण वितरण शिविर आयोजित, 25 बच्चों का चयन

 

 

 

पता लगाया जा रहा है कि इमलाख ने फर्जी डिग्री बनाकर कितनी संपत्तियां जुटाई हैं। जल्द ही आरोपी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के लिए दबिश शुरू की जाएगी।आयुर्वेद डाक्टर की फर्जी डिग्री बनवाकर दून में क्लीनिक चला रहे दो आरोपितों को 11 जनवरी को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि झोलाछापों ने मुजफ्फरनगर स्थित बाबा ग्रुप आफ कालेज स्वामी दो भाइयों से आठ-आठ लाख रुपये में फर्जी डिग्री तैयार कराई और भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड में पंजीकरण करा लिया।

यह भी पढ़ें 👉  शातिर चैन स्नेचर गिरफ़्तार — नकदी, तमंचे और बाइक समेत माल बरामद"

 

 

इसके बाद दून के प्रेमनगर और रायपुर में क्लीनिक खोल दिए। शुरूआती जांच में 36 डॉक्टरों के नाम पता चले थे। एसपी क्राइम ने बताया कि इनमें से कई देहरादून में हैं। लेकिन ज्यादातर बाहर है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *