उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
काशीपुर में पं. गोविन्द बल्लभ पंत इंटरमीडिएट कालेज प्रबंधन और प्रधानाचार्य के बीच चल रहे प्रकरण के दौरान एक नया मोड़ सामने आया है। प्रबंधन और प्रधानाचार्य के बीच चल रहे विवाद में कॉलेज में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महिला के आरोपों से सनसनी फैल गई है। कालेज की चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ने प्रधानाचार्य पर अश्लील हरकतें करने व दुष्कर्म की कोशिश करने के आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गई है।
आपको बताते चलें कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज प्रबंधन तथा प्रधानाचार्य के बीच में पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा है। जिसकी कि जांच खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा भी की गई। प्रबंधन के द्वारा प्रधानाचार्य को उनके पद से मुक्त कर दिया गया था। मामले की जानकारी प्रबंधन वर्ग के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री तक भी पहुंचा दी गई थी। अब इसी पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज में कार्यरत महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि प्रधानाचार्य अक्सर उसके साथ अश्लील व्यवहार करते थे। उसके शरीर को गलत नीयत से छूकर मेरे साथ आपत्तिजनक व्यवहार करते थे। कुछ दिन पूर्व इनके द्वारा विद्यालय बंद होने के बाद दुष्कर्म करने का प्रयास भी किया गया।
तहरीर के अनुसार प्रधानाचार्य अपनी इच्छा पूरी न करने पर वेतन रोकने की धमकी भी देते थे। महिला कर्मचारी ने तहरीर में आगे कहा है कि उसने खुद की बदनामी के डर से यह बात लोगों में इसलिये नहीं बताई कि लोग तरह तरह की बाते करेंगे। परन्तु जब इन्हें पद से हटाया गया तो उसके बाद भी यह वर्तमान में उसे धमकी देते हुये कह रहे है कि अगर तुमने छेड़छाड़ वाली बात व बलात्कार करने का प्रयास करने वाली बात किसी को बताई तो मैं तुम्हें जिन्दा नहीं छोडूंगा, मेरे बड़े बड़े राजनीतिक लोगों से सम्बन्ध है। यही नहीं महिला ने तहरीर में यह भी आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य ने विद्यालय में पढ़ने वाली तीन अन्य नाबालिग छात्राओं के साथ भी अश्लीलता की है।
जिनके परिवारजन समाज के कारण खुलकर नहीं कर पा रहे है। वहीं पूरे मामले पर सीओ काशीपुर वन्दना वर्मा ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी के द्वारा विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य पर छेड़छाड़, बदसलूकी करने साथ साथ गलत नीयत रखने जैसे गंभीर आरोप तहरीर के माध्यम से लगाए हैं। पुलिस तहरीर के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे। तथ्य सही पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।