उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक

कार्बेट टाइगर रिजर्व के झिरना रेंज तथा तराई पश्चिमी वन प्रभाग, रामनगर के फॉटो रेंज अन्तर्गत गश्त एवं सफारी के दौरान एक बाघ को घायल अवस्था में मालकुण्ड वॉटर हॉल के पास देखा गया तत्पश्चात् कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा उक्त रेस्क्यू अभियान प्रारम्भ किया गया। दिनांक 23.04.2023 को झिरना रेंज अन्तर्गत फॉटो बीट, फॉटो पश्चिमी क0सं0 49 में उक्त बाघ को रेस्क्यू कर ढेला स्थित रेस्क्यू सेन्टर में पशुचिकित्सक की निगरानी में रखा गया।
जिसकी उम्र लगभग 05 वर्ष पायी गयी। पशु चिकित्सक के अनुसार उक्त बाघ के सिर, गर्दन, अगले – पिछले पॉव में विभिन्न गम्भीर घाव पाये गये । उपचार दौरान कई अंगो में विफलता के लक्षण यथा परिवर्तित मानसिक स्थिति, यकृत की शिथिलता, कम बी.पी. इत्यादि पाये गये । उक्त बाघ सम्भावित रूप से घातक चिकित्सा स्थिति में था । जीवनरक्षक दवाओं के बावजूद भी उक्त बाघ को बचाया नही जा सका। दिनांक 27.04.2023 की सुबह प्रातः 5:30 बजे उक्त बाघ की मृत्यु हो गयी। एन०टी०सी०ए० की मानक संचालन प्रक्रिया अनुसार उक्त बाघ का शव – विच्छेदन की कार्यवाही की गयी।
कार्यवाही के उपरान्त विसरा सुरक्षित रख आई०वी०आर०आई०, बरेली एवं डी०एन०ए० सैम्पल डब्लू0आई0आई0, देहरादून भेजा गया एवं नियमानुसार उक्त बाघ के शव को समस्त अंगों सहित जलाकर निस्तारित करने की कार्यवाही की गयी ।
