अपने ही हुए विरोधी, निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा..?? देखिये पूरी खबर।

ख़बर शेयर करें -

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

किच्छा लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने अपने 53 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी। जिसमें कुमाऊं की हाट सीट कहें जाने वाली रुद्रपुर विधानसभा सीट से पूर्व पालिकाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा को टिकट दिया गया है। वही किच्छा विधानसभा सीट से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज बेहड को कांग्रेस ने टिकट दिया है। इससे पूर्व रुद्रपुर विधानसभा चुनाव सीट से दो बार करारी हार के बाद बेहड ने किच्छा विधानसभा सीट से दावेदारी पेश की थी।जिस पर पार्टी हाईकमान ने भी अंतिम मोहर लगा दी। लेकिन बेहड को टिकट दिए जाने के बाद किच्छा विधानसभा सीट से कांग्रेस के दो दावेदारों ने बागी सुर छेड दिए हैं।

यह भी पढ़ें 👉  एएचटीयू टीम ने स्पा सेंटर पर की छापेमारी, प्रिय मॉल में मचा हड़कंप।

 

जिसमें मुख्य रूप से पूर्व दर्जा मंत्री हरीश पनेरु और कांग्रेस नेता संजीव शर्मा शामिल हैं।यह दोनों ही चुनावी बिगुल छिड़ने के दौरान से ही किच्छा विधानसभा सीट से स्थानीय कांग्रेसी को टिकट दिए जाने की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं इन दोनों नेताओं ने कांग्रेस के चुनाव प्रयेवक की मौजूदगी में जमकर हंगामा खड़ा कर दिया था, और स्थानीय उमीदवार को टिकट देने की मांग पर धरना शुरू कर दिया था।अब जब कांग्रेस ने इस सीट से बेहड को टिकट दे दिया है तो फिर से इन दोनों नेताओं ने बेहड के खिलाफ बागी सुर छेड दिए हैं। पूर्व दर्जा मंत्री हरीश पनेरु ने तो किच्छा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा तक डाली।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री बोले - उत्तराखंड के युवाओं की ईमानदारी और लगन ही राज्य की सबसे बड़ी पूंजी।

 

पनेरु ने साफ किया कि किच्छा विधानसभा सीट से किसी बाहरी व्यक्ति को चुनाव लडने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जो उम्मीदवार रुद्रपुर विधानसभा सीट से दो बार लगातार भाजपा के हाथों करारी हार झेल चुका है, उसे किसी अन्य विधानसभा सीट से चुनाव लडने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जमीनी स्तर से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है, और बेहड को जबरदस्ती किच्छा की जनता के माथे मंडा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में किच्छा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगा। वही कांग्रेस नेता संजीव शर्मा ने भी बेहड को बाहरी उम्मीदवार करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा जमीनी स्तर के कार्यकता की अनदेखी की है।

यह भी पढ़ें 👉  प्रशासनिक फेरबदल : कई आईएएस, आईएफएस और राज्य सेवा अधिकारियों का तबादला।

 

जिस तरह कांग्रेस ने बेहड को एक मत होकर किच्छा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है, उससे लगता है कि कांग्रेस से जुड़े जमीनी कार्यकर्ताओं की पार्टी में कोई अहमियत नहीं है। फिलहाल मौजूदा राजनीतिक समीकरण में बेहड किस तरह से नाराज़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बनाएंगे यह सवाल बड़ा प्रश्न है। लेकिन राजनीतिक के धुरंधर बल्लेबाज तिलक राज बेहड मौजूद समय में किच्छा विधानसभा सीट से अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराज़गी जाहिर तौर पर उनके लिए नुकसानदायक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *