कमल झील पुनर्जीवित एवं सौंदर्यीकरण कि माँग समाज सेवी बृजवासी ने शासन-प्रशासन से की।

ख़बर शेयर करें -

कमल झील पुनर्जीवित एवं सौंदर्यीकरण कि माँग समाज सेवी बृजवासी ने शासन-प्रशासन से की।

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

*सिंचाई विभाग, पर्यटन विभाग झील संरक्षण के लिए शासन से बजट पास नहीं करा पाया जिस कारण पंत नगर यूनिवर्सिटी इस झील के लिए कार्य की शुरुआत नहीं कर पाई*
*सरकार से बजट न मिलने के कारण आज ये झील दिनों दिन जंगली घास के आगोश में समा रही है, दोनों झीलों के बीच जाली न लगने से कमल को सिल्वर ग्रास कार्फ मछली से दिनों दिन बढ़ रहा है खतरा*

यह भी पढ़ें 👉  कफ सिरप पर धामी सरकार सख्त: 350 से अधिक सैंपल लिए गए, दर्जनों मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस रद्द।

 

 

भीमताल पिछले पाँच वर्षों से लगातार पर्यटन से जुड़े कारोबारी एवं नौकुचियाताल वासी कमल झील की सुध लेने को बार-बार शासन-प्रशासन से मांग कर रहे हैं, किन्तु आज भी झील कमल विहीन पड़ी हुई है, झील में जंगली घास फैल रही है जिससे पूरी झील दिनों दिन बदसूरत होते जा रही है साथ ही कमल झील और नौकुचियाताल झील के मध्य विभाग द्वारा जाली न लगाने से कमल झील में सिल्वर ग्रास कार्फ मछली कमल को नुकसान पहुंचा रही है, नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने बताया कि वे कमल झील सुधार एवं सौंदर्यीकरण के लिए पिछले 7 वर्षो से लगातार प्रयासरत है, उन्होंने पूर्व में सिंचाई विभाग, पर्यटन विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से झील में कमल न खिलने की जांच और झील सौंदर्य की मांग रखी थी।

यह भी पढ़ें 👉  पंचम वित्त आयोग की संस्तुतियों पर सीएम धामी की बड़ी मंजूरी — 768.31 करोड़ की धनराशि जारी

 

 

 

जिस पर बार-बार माँग करने के उपरांत जिला प्रशासन ने जी. बी. पंत यूनिवर्सिटी पंत नगर से कमल झील की स्टडी करायी और प्रस्ताव तैयार कर सिंचाई विभाग द्वारा 29.815 लाख का बजट पास होने को अक्टूबर माह 2021 में शासन को भेजा, किन्तु बजट पास न होने के कारण आज भी मामला ज्यों का त्यों बना हुआ है जो पर्यटन शहर नौकुचियाताल की छवि में दाग लगा रहा हैं।

यह भी पढ़ें 👉  ‘द डांस वार’ में प्रतिभाओं का धमाकेदार प्रदर्शन, उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया गया सम्मानित।

 

 

जिसको लेकर आज पुनः सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने शासन से कमल झील पुनर्जीवित एवं सौंदर्यीकरण हेतु बजट कि मांग की है और शीघ्र झील की सुंदरता बढ़ाने एवं कमल फूल के रख-रखाव, संरक्षण पर कार्य करने की प्रशासन से मांग की है l