डीजीपी उत्तराखण्ड ने कांवड़ यात्रा मार्गों का किया स्थलीय निरीक्षण, व्यवस्थाओं की समीक्षा।
उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक
🔹 7000 से अधिक सुरक्षाकर्मी, अर्धसैनिक बल, जल पुलिस, एसटीएफ, एसडीआरएफ, पीएसी और एटीएस तैनात
🔹 श्रद्धा की आड़ में हुड़दंग बर्दाश्त नहीं, सभी संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त निगरानी के निर्देश
🔹 ड्रोन, सीसीटीवी, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिये 24×7 सतत निगरानी
उत्तराखंड में 11 जुलाई से आरंभ हो रही श्रावण मास कांवड़ यात्रा-2025 के शांतिपूर्ण, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित संचालन हेतु उत्तराखंड पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद और सतर्क है।
इसी क्रम में आज पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ द्वारा कांवड़ मेला क्षेत्र ऋषिकेश में तीनों जनपद (देहरादून, पौड़ी, टिहरी) के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक ली गई। इसके उपरांत मुनि की रेती, लक्ष्मण झूला और नीलकंठ महादेव मंदिर तक यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षा, यातायात, श्रद्धालु सहायता केंद्रों, शिविर स्थलों और ड्यूटी कर्मियों की तैयारियों का जायजा लिया गया।
डीजीपी महोदय ने नीलकंठ मंदिर में पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं व मंदिर समिति से संवाद कर फीडबैक प्राप्त किया और मौके पर तैनात पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस अवसर पर एसएसपी पौड़ी गढ़वाल श्री लोकेश्वर सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सुरक्षा व्यवस्था के मुख्य बिंदु:
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7000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, जिनमें:
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3000 पुलिसकर्मी
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1350 होमगार्ड/पीआरडी
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15 कंपनी पीएसी
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9 कंपनी अर्धसैनिक बल
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9 बम डिस्पोजल टीमें
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4 आतंकवादी निरोधक दस्ते (ATS)
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10 टीमें SDRF
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10 ड्रोन टीमें
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7 जल पुलिस टीमें
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500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कांवड़ मार्गों की रीयल टाइम निगरानी
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नीलकंठ मेला क्षेत्र को:
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1 सुपर जोन
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7 ज़ोन
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23 सेक्टरों में
और हरिद्वार मेला क्षेत्र को: -
16 सुपर जोन
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37 ज़ोन
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134 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
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ड्रोन, CCTV, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग, कंट्रोल रूम और इंटीग्रेटेड कम्युनिकेशन सिस्टम के जरिये हर गतिविधि पर पैनी नजर
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सोशल मीडिया, STF और खुफिया एजेंसियां सक्रिय, संदिग्ध या भ्रामक सूचनाओं पर सख्त कार्रवाई
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सीमावर्ती राज्यों के कंट्रोल रूमों से सतत समन्वय और रियल टाइम सूचनाओं का आदान-प्रदान
संयुक्त ब्रीफिंग एवं समीक्षा:
आज ऋषिकेश व हरिद्वार में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक एवं फोर्स ब्रीफिंग का आयोजन हुआ। इसमें निम्न वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे:
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डॉ. वी. मुरूगेशन, एडीजी (अपराध एवं कानून व्यवस्था)
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ए.पी. अंशुमान, एडीजी (अभिसूचना एवं सुरक्षा)
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राजीव स्वरूप, आईजी गढ़वाल परिक्षेत्र
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एन.एस. नपलच्याल, निदेशक यातायात
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श्रीमती निवेदिता कुकरेती, डीआईजी फायर सर्विस
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरूगेशन ने कहा कि “कांवड़ मेला-2025 एक बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे हम अनुशासन, त्वरित निर्णय और समन्वय से सफलता में बदलें। हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुगम यातायात संचालन है।” उन्होंने बल को श्रद्धालुओं के प्रति संवेदनशील, संयमित और सहयोगात्मक व्यवहार रखने के निर्देश दिए।
डीजीपी का संदेश:
“कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्वक संपन्न कराना उत्तराखंड पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्रद्धालुओं को हरसंभव सहायता देना हमारा कर्तव्य है। सभी अधिकारीगण पूरी निष्ठा, संवेदनशीलता और सतर्कता से कार्य करें।“
उन्होंने श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया कि वे पुलिस-प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और यात्रा को शांतिपूर्ण बनाने में सहयोग करें।
📍 उत्तराखंड पुलिस कांवड़ यात्रा 2025 की सफलता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु संकल्पबद्ध है।
आपका सहयोग ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
🖋 मीडिया सेल
पुलिस मुख्यालय, उत्तराखंड
देहरादून

