बाघ का कंकाल के साथ वन गुर्जर गिरफ्तार, 5 शिकारियों का पर्दाफाश, पकड़े गए शिकारियों ने हिला दी चौकसी। 

बाघ का कंकाल के साथ वन गुर्जर गिरफ्तार, 5 शिकारियों का पर्दाफाश, पकड़े गए शिकारियों ने हिला दी चौकसी। 
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बाघ का कंकाल के साथ वन गुर्जर गिरफ्तार, 5 शिकारियों का पर्दाफाश, पकड़े गए शिकारियों ने हिला दी चौकसी।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

बिजनौर/धामपुर। अमानगढ़ टाइगर रिजर्व से वन अधिकारियों की टीम ने शुक्रवार रात बाघ के पांच शिकारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एक कंकाल भी बरामद हुआ है। इसकी पुष्टि के लिए अब डब्ल्यूआईआई (वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) से जांच कराई जा रही है।

डीएफओ अभिनव राज, एसडीओ ज्ञान सिंह और एसडीओ अंशुमान मित्तल के नेतृत्व में रात करीब एक बजे अमानगढ़ वन रेंज में छापा मारा गया। नवीपुर ठेरी और अलीपुर गुरुद्वारा के पास से मो. असलम, शमशेर, शराफत, रुस्तम और अशरफ अली को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपी वन गुर्जर हैं और रिजर्व फॉरेस्ट में डेरा बनाए हुए थे।

आरोपियों की निशानदेही पर बरामद कंकाल में जबड़ा, दांत, हड्डी और नाखून शामिल हैं। वन विभाग का कहना है कि कंकाल बाघ का है या गुलदार का, इसकी वैज्ञानिक पुष्टि डब्ल्यूआईआई से कराई जा रही है। पांचों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है।

अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 32 बाघ हैं। पिछले 15 वर्षों में बाघों की संख्या 12 से बढ़कर 32 तक पहुंच चुकी है। रिजर्व की सीमा कार्बेट पार्क से मिलती है, इसलिए हाथी, भालू और गुलदार की गतिविधियाँ भी सामान्य हैं।

मुख्य वन संरक्षक पीपी सिंह ने कहा कि जहां-जहां बाघ हैं, वहां शिकारियों को लेकर रेड अलर्ट जारी है। पूरे नेटवर्क, तस्करों और उनके संपर्कों की जांच की जा रही है। विभाग ने आश्वस्त किया कि जल्द ही पूरा नेटवर्क पकड़ा जाएगा।

वन विभाग ने शिकारियों के खिलाफ अपने रेंज कार्यालय में केस दर्ज किया है, जिसमें बाघ होने का उल्लेख किया गया है। वैज्ञानिक पुष्टि के बाद कार्रवाई और सख्त होगी।