पटियाला के एक परिवार ने आर्थिक संकट के बौद्धिक तंगी के चलते भाखड़ा नहर में छलांग लगाई, मां-बेटी की हालत गंभीर”
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
पंजाब के पटियाला में आर्थिक तंगी से परेशान एक ही परिवार के चार सदस्यों ने भाखड़ा नहर में छलांग लगा दी। मां और आठ महीने की बेटी बह गई है लेकिन राहगीरों ने गोताखोरों की मदद से पिता व बड़ी बेटी को निकल लिया। उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। खबर लिखे जाने तक पुलिस मामले की जांच कर रही थी। बड़ी बेटी की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे समाना के सिविल अस्पताल से पटियाला के राजिंदरा अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
समाना के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन चरना राम (36) निवासी गांव मरोड़ी ने पुलिस को बताया कि वह ट्रकों की बॉडी लगाने का काम करता है। काफी समय से घर में पैसों की तंगी चल रही थी। कुछ समय पहले एक सड़क हादसे में उसकी बाजू टूट गई थी। डॉक्टरों के मुताबिक बाजू में रॉड डाली जानी है लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह इलाज नहीं करा पा रहा था। इससे परेशान होकर परिवार समेत आत्महत्या करने का फैसला लिया।
शुक्रवार शाम को वह अपनी पत्नी कैलो देवी (30) व दोनों बेटियों जसमीन कौर (5 साल) और जैसलीन कौर (आठ माह) को साथ लेकर गांव ननहेड़ा के पास बाइक पर पहुंचा। किनारे पर बाइक खड़ी कर नहर में छलांग लगा दी। चरना राम ने बताया कि उनका एक नौ साल का बेटा भी है, जो उस समय घर पर नहीं था। इसलिए वह उसे अपने साथ नहीं ला सके। पुलिस के मुताबिक गोताखोरों की मदद से नहर में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।