उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक

रुद्रपुर -नगर निगम रुद्रपुर के अधिकारियों की मेहरबानी से नगर निगम में पंजीकृत ठेकेदारों के जमकर वारे के न्यारे है।नगर निगम के आला अधिकारियों की मेहरबानी से नगर निगम से संबंधित ठेकेदार जमकर शहर में हो रहे निर्माण कार्यों में अव्वल दर्जे की घटिया सामग्री का उपयोग कर, सरकार के लाखों रुपए पर जमकर हाथ साफ कर संबंधित अधिकारियों को भी ऐश काटवा रहें हैं। आपकों बता दें कि नगर निगम रुद्रपुर अंतर्गत वार्ड नंबर 27 गांधी कालोनी में वीर अब्दुल हमीद द्वार से सिब्बल सिनेमा हॉल तक हाल ही में सीसी रोड का निर्माण कार्य किया गया है।इस वार्ड से कांग्रेस की मधु शर्मा पार्षद निर्वाचित हैं।इस सीसी रोड का निर्माण कार्य गांधी कालोनी के कुछ ठेकेदारों को दिया गया। लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के चंद महीनों बाद ही यह सीसी रोड दरारों में तब्दील हो गया है। आलम यह है कि इस सीसी रोड के निर्माण कार्य में अव्वल दर्जे की घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। जिसके कारण इस नव निर्मित सीसी रोड ने जवाब दे दिया।इस सीसी रोड में रशीद स्प्रे पेंट की दुकान के ठीक सामने से दरारों का रुख़ ले लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि संबंधित ठेकेदारों ने इस सीसी रोड के निर्माण कार्य में अव्वल दर्जे की घटिया सामग्री का उपयोग किया है।
जिसकी वजह से रोड़ में दरारें पड़ गई है, और सड़क उखड़ने लगी है। हैरानी इस बात है कि इस मामले की शिकायत एक ठेकेदार से की गई तो उसने इसे मौसम की वजह से खराब होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। वही अब इस मामले की शिकायत सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शहरी विकास मंत्री से करने की तैयारी की जा रही है।माना जा रहा है कि नगर निगम रुद्रपुर की मिली भगत से निगम में पंजीकृत ठेकेदारों द्वारा शहर में चल रहे निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का उपयोग कर लाखों रुपए इधर से उधर किए जा रहे हैं। वही इन ठेकेदारों द्वारा निगम के आला अधिकारियों को भी नजराना पेश किया जा रहा है। आपकों बता दें कि रुद्रपुर नगर निगम में मौजूदा समय नगर आयुक्त के पद पर इमानदार और कर्त्तव्य निष्ठ विशाल मिश्रा तैनात हैं।
विशाल मिश्रा एक आई ए एस अफसरों में शुमार है। वही उनकी ईमानदारी की स्थानीय लोग मिसालें पेश करते हैं।अब सवाल यह है कि जब नगर निगम रुद्रपुर में एक ईमानदार नगर आयुक्त और बेदाग छवि के मेयर बैठे हैं तो फिर किस अधिकारी को यह ठेकेदार लाभ पहुंचा रहे हैं। फिलहाल इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित शहरी विकास मंत्री और शासन के मुख्य सचिव से की गई है।अब देखना यह है कि ऊंट किस करवट बैठेगा।
