उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक
आज दिनांक 8 जून 2023 को अग्रवाल सभा भवन में आयोजित हिंदू महिला जन जागृति समागम के तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी वर्षा नागर मोटिवेशनल स्पीकर एवं क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से साध्वी वर्षा नागर जी द्वारा महिलाओं को प्रेरित करने वाली भारतीय नारियों के जीवन वृतांत की सुंदर व्याख्या की गई जिसमें रानी लक्ष्मीबाई , अहिल्याबाई, पद्मावती एवं विशेष रूप से तुलसीदास जी की धर्मपत्नी रत्नावली के उस वृतांत का बहुत बढ़िया उल्लेख किया जिससे तुलसीदास जी आगे का संपूर्ण जीवन रामचरितमानस के निर्माण में लगाया।
तुलसीदास जी को देखकर पत्नी ने कहा “लाज न आई आपको दौरे आएहु नाथ” अस्थि चर्म मय देह यह, ता सों ऐसी प्रीति ता। नेकु जो होती राम से, तो काहे भव-भीत बीता. अर्थात- रत्नावली कहती हैं मेरे इस हाड-मांस के शरीर के प्रति जितनी तुम्हारा लगाव है, उसकी आधी भी अगर प्रभु राम से होती तो तुम्हारा जीवन संवर गया होता।
कार्यक्रम में साध्वी वर्षा नागर जी द्वारा रामनगर के पौराणिक महत्व को पूरे विस्तार से बताया । आज से 5000 वर्ष पूर्व राम की नगरी व्यास की नगरी के नाम से विख्यात थी पांडवों द्वारा देवभूमि भ्रमण के दौरान कौशिकी नदी के किनारे बसे रामनगर को पांडवों ने अपनी राजधानी बनाया । रामनगर में आने वाले पर्यटकों के लिए भी साध्वी जी ने मैसेज दिया कि देवभूमि में प्रकृति के साथ-साथ संस्कृति को भी खोजें।
साध्वी जी द्वारा अपने वक्तव्य में महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा हिन्दू महिला जन जागृति समागम का उद्देश्य युवा बालिकाओं एवं महिलाओं को सशक्त बनाना, उन्हें उनके स्वावलंबन के लिए प्रेरित करना और उन्नति के लिए जागरूकता फैलाना है। आपको अपनी शक्ति को जगाने और आपके सपनों की प्राप्ति के लिए अपने संस्कारों एवं संस्कृति के अनुरूप के चलना होगा अपने व्यापक ज्ञान और अनुभव से वह आपके साथ आत्मविश्वास, लक्ष्य निर्धारण।
चुनौतियों का सामना करने और अपनी प्रतिभा की पालना करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी साध्वी वर्षा नागर जी द्वारा अपने विचार महिलाओं द्वारा के साथ साझा किये ।
