उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक

रामनगर के धनगढ़ी नाले के आज उफान के आने के बाद रौद्र रूप ले लिया, नाले में एक अल्टो कार बह गई गनीमत यह रही कि अल्टो कार में सवार शिक्षकों किसी तरह से जान बचाने में सफल हुए। कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे 309 पर स्थित धनगढ़ी नाला आज फिर उफान पर आ गया, इसमें पहाड़ों को जा रही अल्टो कार में सवार 4 शिक्षकों की कार बह गई, गनीमत तो यह रही कि शिक्षकों ने किसी तरह कार से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल हुए। जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। बता दें कि आज 4 शिक्षक सुबह 5:00 बजे बताया जा रहा है कि अपनी अल्टो कार में सवार होकर जा रही थी, वही धनगढ़ी नाला उफान पर आया हुआ था।
शिक्षकों ने अपनी कार उस नाले में डाल दी जिससे कार बहने लगी हालांकि कार को बहता देख शिक्षक किसी तरह से जान बचाने में सफल हुए। बता दें कि इस नाले के चलते यहां सुबह से ही यातायात बाधित है। लोग घंटों से पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा जेसीबी के जरिए भी नाले के बीचो बीच आए पत्थरों को भी हटाने का कार्य लगातार जारी है. बता दें कि इस नाले में अब तक दर्जनो लोग अपनी जान गवा चुके हैं. 2020 में इसमें पुल निर्माण के कार्य को मंजूरी मिली थी जिसको 18 माह में पूरा किया जाना था, लेकिन आज भी पुल न बनने की वजह से लोग इस धनगढ़ी नाले के जरिए ही कुमाऊं और गढ़वाल को अपने अपने गंतत्व को जाते हैं। बता दें कि अनिल बलूनी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर पुल निर्माण के लिए विशेष प्रयास किए थे, जिसमें इस को मंजूरी मिल गई थी।
वुडहील के अधिकारियों ने 18 माह में पुल का निर्माण को पूरा करने का दावा किया था, बता दें कि इस क्षेत्र में दो पुल बनने थे धनगढ़ी में 150 मीटर लंबाई का पुल जिसकी लागत 7 करोड 65 लाख थी और पनोद नाले पर 90 मीटर लंबा पुल 6 करोड़ 33 लाख की लागत से बनना था, वही निर्माण कार्य को 18 माह पूरा होने के बाद भी आज भी लोगों को इस पुल के बनने का इंतजार है।
