खुटानी चौराहे” पर शौचालय खुलवाने की माँग उठी, कुमाऊं को जाने वाले यात्री ‘खुले में शौच’ करने को मजबूर।

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खुटानी चौराहे” पर शौचालय खुलवाने की माँग उठी, कुमाऊं को जाने वाले यात्री ‘खुले में शौच’ करने को मजबूर।

*पिछले 2 वर्षों से मामला पर्यटन विभाग में अटका पड़ा है न जाने कब शुरू होगा शौचालय निर्माण का कार्य*

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

भीमताल खुटानी चौराहे पर आये दिन शौचालय न होने से हजारों यात्रियों को काफी परेशानी होती है साथ ही चौराहे के आस-पास के छोटे-बड़े कारोबारीयों को भी शौचालय न होने से शर्मिंदगी उठानी पड़ती है, आते-जाते कुमाऊं के यात्री खुटानी चौराहे पर व्यवसायियों एवं स्थानीय निवासियों से शौचालय यहाँ कहाँ हैं पूछ-पूछ कर थक जाते हैं जिससे कही न कही प्रशासन की कार्यप्रणाली पर लोग बेतुके सवाल उठाते हैं, खुटानी स्थानीय निवासियों ने पूर्व में कई बार खुटानी चौराहे पर शौचालय खोलने की अपील की किन्तु लोगों की मांग को प्रशासन ने अनदेखा ही किया जिससे रोज हजारों यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ती है।

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आम जनता एवं यात्रियों की मुख्य समस्या को देखते हुए भीमताल नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने 2 वर्ष पूर्व नगर प्रशासन, पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन से खुटानी चौराहे पर शौचालय निर्माण करने कि माँग की, पूर्व जिला पर्यटन अधिकारी ने हाई टेक शौचालय निर्माण हेतु जमीन की उपलब्धता कराने की बात कही जिस पर क्षेत्रीय पटवारी ने जमीन का मौका मुआयना कर पर्यटन विभाग को शौचालय निर्माण हेतु जमीन देने की मौखिक तौर पर बात कही थी, उसके बाद कोरोना काल लगने से कार्यवाही शेष रह गयी जिसको लेकर आज फिर बृजवासी ने जिला पर्यटन अधिकारी और जिला प्रशासन से खुटानी चौराहे पर तत्काल शौचालय निर्माण कि मांग की है।

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ताकि कुमाऊं को आने-जाने वाले पर्यटकों एवं यात्रियों को शौचालय की सुविधा मिल सके, साथ ही जिला प्रशासन से भीमताल नगर को खुले में शौच मुक्त रखने एवं पर्यटकों, पर्यटन कारोबारियों, व्यापारियों की मांगों के मुताबिक नगर के गोरखपुर चौराहा, तिकोनिया, बाई-पास, नौकुचियाताल सड़क आदि जगहों पर शौचालय बनाने कि मांग भी की है ताकि नगर को खुले में पूर्णतः शौच मुक्त रखा जा सके।