कांग्रेस ने दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण के खिलाफ किया 12 दिवसीय विरोध यात्रा का ऐलान।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रामनगर। एक ट्रस्ट द्वारा दिल्ली में हो रहे केदारनाथ मंदिर के निर्माण को सनातनी परम्परा से खिलवाड़ बताते हुए कांग्रेस ने कहा है कि वह इसके विरोध में जनजागरण के लिए हरिद्वार की हर की पैड़ी से केदारनाथ धाम तक कल 24 जुलाई से 4 अगस्त तक 12 दिवसीय विरोध यात्रा निकलेगी। यात्रा से एक दिन पूर्व पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि सनातन परम्परा में किसी भी नए ज्योतिर्लिंग की स्थापना नहीं की जा सकती।
हमारे जो भी ज्योतिर्लिंग स्थापित हुए हैं, वह स्वयंसिद्ध हैं। लेकिन धर्म का ज्ञान होने के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर एक ट्रस्ट द्वारा दिल्ली में बनाए जा रहे केदारनाथ मंदिर के शिलान्यास में न केवल शामिल हुए बल्कि उसे केदारनाथ धाम तक की संज्ञा दे डाली।
यह न केवल सनातन परंपराओं के साथ अपराध है बल्कि यह चारधाम यात्रा के माध्यम से फल फूल रही गढ़वाल की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का भी षड्यंत्र है। कांग्रेस तथा पंडा पुरोहित समाज के तीखे विरोध के बाद देहरादून में बैठी सरकार केदारनाथ व अन्य मंदिरों के नाम के दुरुपयोग को लेकर कानून बनाने जैसी बात कर रही है।
जबकि प्रदेश स्तरीय कोई भी कानून प्रदेश के बाहर लागू ही नहीं होता है। इस मामले में सरकार हाथी निकलने के बाद पूंछ पकड़ने का नाटक कर जनता की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। जिसके विरोध में कांग्रेस की ओर से कल हरिद्वार से केदारनाथ धाम तक 12 दिवसीय जनजागरण व विरोध यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यात्रा के दौरान पार्टी प्रतिदिन 20-25 किमी. की यात्रा कर भाजपा सरकार को बेनकाब करने का काम करेगी।