ऊर्जा निगम के निजीकरण का आरोप, कांग्रेस नेता ने सरकार पर साधा निशाना।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
ऊर्जा विभाग और सरकार का तंत्र लोगों को गुमराह करने का काम कर रहा है, जबकि स्मार्ट और प्रीपेड मीटर एक सिक्के के दो पहलू है। कांग्रेसी नेता सरस्वती ने कहा कि क्या सरकार बताएगी कि प्रीपेड मीटर में बैलेंस खत्म होने पर परीक्षा की तैयारी कर रहे किसी छात्र का देहाती बिजली कट होने पर भविष्य कैसे सुरक्षित रह पाएगा।
सरकारी विभागों में अक्सर सर्वर डाउन होने पर उपभोक्ताओं को परेशानी होती है। सरकार को चाहिए कि पहले ऊर्जा निगम को अडानी की कंपनी का गुलाम बनाने से रोका जाए उसके बाद प्रीपेड और स्मार्ट मीटर की बात की जाए। ऊर्जा निगम का निजीकरण कांग्रेस सहन नहीं करेगी।









