“उत्तराखंड में साहसी बच्चों को मिलेगा राजकीय सम्मान”
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
राज्य के बहादुर बच्चों को अब राज्य स्तर पर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। अब तक भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा हर साल गणतंत्र दिवस पर इन बच्चों को सम्मानित किया जाता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से परिषद द्वारा आवेदन नहीं मांगे जा रहे थे। इसी कारण राज्य सरकार ने इन बच्चों के लिए अलग से पहल करने का निश्चय किया है।
राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसमें अपनी जान को खतरे में डालकर दूसरों की जान बचाने वाले बच्चों को राज्य स्तर पर वीरता पुरस्कार देने का प्रावधान रखा गया है। प्रस्ताव की मंजूरी राजभवन से 17 फरवरी को मिलने की संभावना है। मंजूरी प्राप्त होने के पश्चात राज्य में बहादुर बच्चों के आवेदन लिए जाएंगे और चयनित बाल वीरों को राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इस पहल का उद्देश्य उन गुलदार बच्चों को पहचान और प्रोत्साहन देना है जिन्होंने अपनी अदम्य साहस के बल पर संकट के समय में दूसरों की जान बचाई है। प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आते हैं, जैसे कि पानी में बहते समय बचाव या अन्य आपात स्थितियों में अपने प्राणों की परवाह किए बिना दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
राज्य सरकार की इस पहल से न केवल इन नन्हे नायकाओं को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि समाज में बच्चों के साहसिक कार्यों के लिए सकारात्मक संदेश भी जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य स्तरीय पुरस्कारों के माध्यम से इन बच्चों की बहादुरी और उनके अदम्य साहस को व्यापक स्तर पर मान्यता मिलेगी।