शादाब हुसैन – सवाददाता
उधम सिंह नगर जिले को 2020 में शौचालय मुक्त कहने वाली डबल इंजन सरकार एवं जिले के आला अधिकारियों की पोल जब खुल गई जब बाजपुर तहसील मैं आने वाला गांव राम जीवनपुर में शौचालय सड़क के नालियां और तो और चूल्हे पर खाना बनाती महिलाओं को मीडिया द्वारा जब कवरेज किया गया तो माननीय नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के द्वारा फ्री सिलेंडर की योजना के पलीता लगता नजर आया मजे की बात यह देखिए कि जो विधानसभा क्षेत्र है वह नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का है और इस टाइम कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं और पूर्व भाजपा के कैबिनेट मंत्री भी वहां से रहे हैं जब के पिछले चुनाव में भाजपा के सिंबल से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य चुनाव लड़े थे उसके बावजूद भी वहां पर विकास कार्यों से यह गांव वंचित है।
बात करें यहां के प्रधान की बंटी तोमर की तो उसने भी भोले वाल ग्राम वासियों को चूना लगाने में कमी नहीं छोड़ी है जिस तरीके से गांव वालों का कहना है कि राशन कार्ड बनाने के नाम पर पैसा लेना सड़क बिजली नाली एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर 2000/- से 5000/- 10000/- 20000/- तक पैसा वसूल ना यह वहां के प्रधान बंटी का हाल है ऐसी स्थिति में वहां के गांव वासियों का जो स्थिति है वह अपने आप में गरीबी से गरीबी के नीचे के लेवल का जीवन यापन करना दर्शाती है।
एक तरफ देश के प्रधानमंत्री बहनों को धुआं मुक्त भोजन की बात करते हैं और दूसरी तरफ सड़क और नाली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से यह गांव वंचित है क्यों ना ऐसे प्रधान और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए देखते हैं मीडिया की खबर के बाद प्रशासन द्वारा क्या गरीब गांव वासियों पर सरकार क्या एक्शन लेती है।










