
बच्चों में हुनर की तलाश कर ही भविष्य की दिशा तय होनी चाहिए सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में विद्यारंभ का उत्सव।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
भारतीय सांस्कृतिक परंपरा को बढ़ावा देने एवं विलुप्त हो रही भारतीय सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने तथा छोटे बच्चों का प्रथम प्रवेश विधिवत रूप से कराने के उद्देश्य से सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, रामनगर, पीरूमदारा में विद्यारंभ समारोह का आयोजन किया गया गया। मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड लेखपाल संघ के प्रदेश महामन्त्री तारा चन्द्र घिल्डियाल व विद्यालय की प्राचार्या सिस्टर अरुल ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद ज्ञान एवं शिक्षा के महत्व पर आधारित नृत्य एवं समूह गीत प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों का विद्यालय में प्रथम आगमन पर तिलक लगाकर एवं उपहार देकर स्वागत किया गया। इसके बाद नर्सरी टीचर ने बच्चों को विद्या के प्रथम अक्षर से परिचित कराया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि तारा चन्द्र घिल्डियाल ने कहा कि बच्चों में नैतिक मूल्यों का ज्ञान हो इसकी जिम्मेदारी अध्यापक तथा अभिभावक दोनों की है। अभिभावक की यह भी जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को किसी विशेष कैरियर हेतु बाध्य ना करें बल्कि उनके हुनर की तलाश कर भविष्य की दिशा तय करने में मदद करें।
तभी हम एक श्रेष्ठ समाज व राष्ट्र की संकल्पना कर सकते हैं तथा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। सभी अभिभावकों एवं अतिथियों ने कार्यक्रम की खूब सराहना की। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

