काशीपुर हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही आफ़िया के लिए मसीहा बनकर आये रामनगर समाजसेवी संस्था हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन के ख़ुश छाबड़ा।

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उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक 

काशीपुर हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही रानीखेत निवासी सुलेमान कसार कि 10 साल की बेटी आफिया जिसको ब्लड की जरूरत पड़ने पर डॉ ने बताया कि आफ़िया का ब्लड कम होने की वजह से उसको ब्लड की अति आवश्यकता है आफ़िया का ब्लड ग्रुप O नेगेटिव है जो कि बहुत रेयर ब्लड ग्रुप है और बहुत कम लोगो मे ये मिल पाता है ये सुनते ही परिवार वालो के हाथ पैर फुल गए काशीपुर में कही ब्लड नही मिलने के बाद ये खबर रामनगर समाजसेवी संस्था हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन और दया फाउंडेशन तक पहुँची दोनों संस्थाओं ने मिलकर रामनगर निवासी ख़ुश छाबड़ा को रात एक बजे काशी चेरिटेबल ब्लड बैंक ले जाकर छाबड़ा का 44वां रक्तदान करा कर इंसानियत का परिचय दिया।

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मौके पर हैल्पिंग हैंड फाउंडेशन के अध्यक्ष परवेज़ मलिक, आरिश सिद्दीकी, दानिस मलिक। दया फाउंडेशन के अध्यक्ष मोहित अग्रवाल, काशीपुर आयुष्मान ऐड ब्लड डोनर्स ग्रुप के अध्यक्ष जुबैर सिद्दीकी, और आफ़िया के पिता सुलेमान ने सभी समाजसेवियों का ख़ुशी की भीगी आंखों से शुक्रिया अदा करते कहा मैं आप लोगो की हिम्मत और बहादुरी को सलाम करता हूँ कि आप इतनी रात मेरी बच्ची के लिए यहाँ पहुँचे में आप सभी का अहसान बंद हूँ।

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