पुष्पक एक्सप्रेस हादसा: चेन पुलिंग के बाद ट्रैक पर कूदे यात्री, कई की मौत
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस (12533) बुधवार को महाराष्ट्र के जलगांव में भीषण हादसे का शिकार हो गई। हादसे में कई यात्रियों की जान चली गई और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद लखनऊ जंक्शन पर यात्रियों के परिजन अपने स्वजनों की जानकारी लेने के लिए परेशान नजर आए। रेलवे प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर मदद पहुंचाने का प्रयास किया।
कैसे हुआ हादसा?
बुधवार को परांडा स्टेशन के पास पुष्पक एक्सप्रेस में अचानक धुआं उठने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। आग लगने की आशंका में यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी और घबराकर कई लोग नीचे उतर गए। इसी दौरान दूसरे ट्रैक से तेज़ रफ्तार कर्नाटक एक्सप्रेस आ रही थी, जो ट्रैक पर खड़े यात्रियों को रौंदते हुए निकल गई। इस दर्दनाक हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए।
लखनऊ जंक्शन पर परिजनों की भीड़, हेल्पलाइन पर मचा हड़कंप
हादसे की सूचना मिलते ही लखनऊ जंक्शन पर यात्रियों के परिजन अपनों की जानकारी लेने के लिए पहुंचने लगे। पूछताछ काउंटर और हेल्पडेस्क पर लोग लगातार जानकारी मांगते रहे। रेलवे ने हादसे के बाद तत्काल हेल्पलाइन नंबर 8957409292 जारी किया, जिस पर अब तक 145 से अधिक कॉल्स आ चुकी हैं।
हादसे में गोंडा जिले के कटरा बाजार क्षेत्र के असरना जुलाहनपुरवा निवासी 18 वर्षीय नसीरुद्दीन सिद्दीकी की मौत हो गई। नौवीं कक्षा में पढ़ने वाला नसीरुद्दीन पहली बार काम की तलाश में मुंबई जा रहा था। उनके बड़े भाई सिराजुद्दीन ने बताया कि वह अजरुद्दीन, मो. सगीर, मो. शोएब, नेता और पुत्तु के साथ मंगलवार को घर से निकले थे। बुधवार देर शाम अजरुद्दीन का फोन आया और हादसे की सूचना मिली।
रेलवे प्रशासन ने दी सफाई, जांच के आदेश
हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच की जाएगी और घायलों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। लखनऊ जंक्शन पर बनाए गए हेल्पडेस्क पर रेलवे कर्मचारी यात्रियों के परिजनों को अपडेट दे रहे हैं और पूछताछ केंद्र पर भीड़ लगी हुई है।
घायलों की मदद के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर
रेलवे प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 8957409292 जारी कर दिया है, जिस पर यात्री अपने स्वजनों की जानकारी ले सकते हैं।
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। रेलवे प्रशासन की ओर से मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने और हादसे की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं।