जिलाधिकारी वंदना सिंह ने की जनसुनवाई और विकास कार्यों की समीक्षा।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
नैनीताल: जिलाधिकारी वंदना सिंह ने जनपद में आयोजित किए गए 35 से अधिक भ्रमण, निरीक्षण और जनसुनवाई कार्यक्रमों के साथ-साथ 82 विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों को जनता की शिकायतों का जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए।
शिकायतों का समाधान प्राथमिकता:
पिछले एक वर्ष में जनपद में 1500 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनकी समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने लंबित मामलों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को जनसमस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
शिक्षा क्षेत्र में सुधार:
शिक्षा विभाग ने जानकारी दी कि भ्रमण के दौरान कुल 37 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें अधिकांश ग्रामीण विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित थीं। अब तक 19 शिकायतों का निस्तारण हो चुका है, जबकि शेष पर कार्य जारी है। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की नियुक्ति में तेजी लाने और विद्यालयों में पेयजल व शौचालय की व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार:
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को बेतालघाट, धारी, खनस्यू सहित दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने, डॉक्टरों और एएनएम की तैनाती सुनिश्चित करने और आपातकालीन सेवाओं की मॉनिटरिंग करने को कहा।
सड़क और मुआवजा मामलों पर जोर:
पीएमजेएसवाई के तहत सड़कों के मुआवजा मामलों की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने और मुआवजा वितरण में तेजी लाने के निर्देश दिए।
विकास योजनाएं:
भीमताल और नौकुचियाताल में पार्किंग सुविधा के लिए भूमि चिह्नित करने को कहा गया ताकि क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार विकास कार्य किए जा सकें।
जनकल्याण पर विशेष ध्यान:
दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए पेंशन वितरण में सुगमता लाने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो एटीएम और मिनी बैंक की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
फायर सेफ्टी:
अस्पतालों और सरकारी कार्यालयों में फायर सेफ्टी जांच और नियमित फॉलोअप सुनिश्चित करने के निर्देश अग्निशमन विभाग को दिए गए।
इस समीक्षा बैठक में सीडीओ अशोक कुमार, डीडीओ गोपाल गिरी गोस्वामी, प्राधिकरण सचिव विजय नाथ शुक्ल, डीएफओ नैनीताल चंद्र शेखर जोशी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।