तरुण ताइक्वांडो क्लब ने उत्तराखंड स्टेट चैंपियनशिप में लहराया परचम, 14 पदक किए अपने नाम।

ख़बर शेयर करें -

तरुण ताइक्वांडो क्लब ने उत्तराखंड स्टेट चैंपियनशिप में लहराया परचम, 14 पदक किए अपने नाम।

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

हल्द्वानी, 13 मई।
हल्द्वानी में 10 से 12 मई तक आयोजित उत्तराखंड ओपन स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप में प्रतिभागियों ने शानदार खेल कौशल का प्रदर्शन किया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में रामनगर (नैनीताल) स्थित तरुण ताइक्वांडो क्लब ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 14 पदक अपने नाम किए। क्लब ने सब-जूनियर, कैडेट और जूनियर श्रेणियों में भाग लेकर राज्य भर के खिलाड़ियों के बीच अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

यह भी पढ़ें 👉  आईटीबीपी के 'हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025' को सीएम धामी ने दिखाई हरी झंडी, बोले– “ये अभियान है साहस, सुरक्षा और संस्कृति का संगम”

क्लब के खिलाड़ियों ने 6 स्वर्ण, 4 रजत और 4 कांस्य पदक जीतकर प्रतियोगिता में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की।
स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी हैं – गौरी गौर, वैष्णवी गौर, रोशनी, उर्वशी नेगी, योगेश सती और लक्ष्य प्रताप सिंह नेगी
रजत पदक विजेताओं में – मानसी सती, सिद्धि जोशी, मृदुल पांडे और विवेक रावत का नाम शामिल है।
वहीं कांस्य पदक भूमिका घुगथ्याल, हार्दिक मठपाल, हार्दिक खड़का और ध्रुव नेगी ने अपने नाम किए।

इसके अलावा अनुकल्प, हरद्यांश और प्रियांशु जैसे तीन होनहार खिलाड़ियों ने भी इस चैंपियनशिप में भाग लेकर महत्वपूर्ण अनुभव अर्जित किया, जो भविष्य में उनके प्रदर्शन को निखारने में मददगार साबित होगा।

यह भी पढ़ें 👉  नियम तोड़ोगे तो गिरफ्तारी तय – नशे में वाहन चलाने वालों पर काठगोदाम पुलिस की सख्त कार्रवाई।

खिलाड़ियों की इस सफलता पर उनके अभिभावकों ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दौर में मार्शल आर्ट न सिर्फ आत्मरक्षा का माध्यम है, बल्कि यह आत्मविश्वास, अनुशासन और शारीरिक फिटनेस का भी प्रभावी जरिया है। खास तौर पर इस खेल में बेटियों की बढ़ती भागीदारी को एक सकारात्मक सामाजिक बदलाव बताया गया।

क्लब के कोच तरुण भट्ट, जो भारतीय वायु सेना (बरेली) के पूर्व ताइक्वांडो मार्शल आर्ट कोच रह चुके हैं, और जिनके पास 4 डैन ब्लैक बेल्ट है, खिलाड़ियों को निरंतर मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। उनका लक्ष्य युवाओं को न सिर्फ एक अच्छा खिलाड़ी बनाना है, बल्कि उन्हें अनुशासित, आत्मनिर्भर और सशक्त नागरिक बनाना भी है।

यह भी पढ़ें 👉  योग दिवस 2025 की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव ने की समीक्षा बैठक, भराड़ीसैंण और हरिद्वार में होंगे मुख्य कार्यक्रम।

इस आयोजन ने न सिर्फ ताइक्वांडो की राज्य में बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि तरुण ताइक्वांडो क्लब जैसे स्थानीय प्रशिक्षण केंद्र भविष्य के चैंपियनों को गढ़ने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।