कॉर्बेट प्रशासन ने हमलावर बाघ को किया ट्रेंकुलाइज, पूर्व घटित घटनाओं का भी खुलेगा डीएनए सेम्पलिंग से राज।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
कार्बेट टाइगर रिजर्व की ढेला रेंज के अन्तर्गत दि०-17.02.2024 को हुई मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना के उपरान्त क्षेत्र में लगातार कैमरा ट्रैप, ड्रोन आदि के माध्यम से चिन्हित बाघ को ट्रैक करने की कार्यवाही की जा रही थी तथा निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा पूरे रेस्क्यू अभियान की मौनेटरिंग की जा रही थी। इस अभियान हेतु ढिकाला से 02 रेस्क्यू कैम्प हाथी भी बुलाये गये थे। दि0-20.02.2024 को देर रात्रि तथा दि0-21.02.2024 की प्रातः तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में कार्बेट टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीमों के द्वारा चिन्हित नर बाघ को दि0-17.02.2024 को हुई घटना के घटनास्थल के पास से सफलतापूर्वक ट्रैक्युलाईज कर लिया गया,
जिसके उपरान्त उसे ढेला रेस्क्यू सेंटर में वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी की निगरानी में रखा गया है। बाघ की उम्र लगभग 7-8 वर्ष है तथा उसका डी०एन०ए० सैम्पल लिया गया है, जिसे पूर्व में लिये गये सैम्पल से मिलान हेतु कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केन्द्र (CCMB), हैदराबाद भेजा जा रहा है।
रेस्क्यू टीमों में वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डॉ० दुष्यन्त शार्मा, कार्बेट टाइगर रिजर्व तथा वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डॉ० हिमांशु पागंती, नैनीताल वन प्रभाग के साथ उप वन सरंक्षक श्री आशुतोष सिंह, कार्बेट टाइगर रिजर्व, रामनगर (नैनीताल) उप प्रभागीय वनाधिकारी बिजरानी, श्री अमित ग्वासाकोटी, उप प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ श्रीमती डॉ० शालनी जोशी, व वनक्षेत्राधिकारी हेला, श्री अजय कुमार ध्यानी व निम्नांकित अन्य वनकर्मी / कर्मचारी सम्मिलित रहे:-
1. सिद्धार्थ रावत, वन दरोगा
अब्दुल सलाम, वन दरोगा
3. होरी लाल, वन दरोगा
4. श्री भारत सिंह, वन दरोगा
5. कु० पुजा तिवाडी, वन दरोगा
6. श्री गोपाल सिंह, वन आरक्षी
7. श्री सुदेश सैनी, वन आरक्षी
8. श्री असलम, वन आरक्षी
9. श्री प्रमोद द्रौरवी, वन आरक्षी
10. श्री गोधन सिंह, वन आरक्षी
11. श्री मोनू कुमार, वन आरक्षी
12. श्री आशीष सैनी, वन आरक्षी
13 . कु० मोनिका टम्टा,
वन आरक्षी 14. श्री कुलदीप ध्यानी, वन आरक्षी
15. श्री रतिराम, वाहन चालक
16. श्री करन सती, दैनिक श्रमिक
17. श्री कुबेर बंगारी, दैनिक श्रमिक
18. श्री सुन्दर लटवाल, दैनिक श्रनिक
19. श्री कपिल रावत, दैनिक श्रमिक
20. श्री बलवन्त बंगारी, एस०टी०पी०एफ
21. श्री जगदीश चौधरी, एस०टी०पी०एफ
22. श्री हरपाल सिंह व महेश चन्द्र, एस०ओ०जी० यूनिट
क्षेत्रवासियों से अपील है कि वन क्षेत्र में अनावश्यक रुप से प्रवेश न करें। क्षेत्र में अभी भी कैमरा ट्रैप से मौनेटरिंग की जा रही है तथा स्कूली बच्चों को स्कूल लाने व लेजाने के लिए वन कर्मियों की तैनाती अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी। यदि स्थानीय ग्रामवासियों को क्षेत्र में किसी अन्य बाघ की उपस्थिति के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रमाण मिलते हैं तो तत्काल बेला रेंज ऑफिस अथवा निकटवर्ती वन चौकी में इसकी सूचना अवश्य दें ताकि बाघ की मौनेटरिंग की जा सके।