मुख्यमंत्री धामी की मंडल स्तरीय समीक्षा बैठक, कहा — अब भ्रष्टाचार नहीं, जवाबदेही तय होगी।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
नैनीताल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नैनीताल में कुमाऊं मंडल स्तरीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में कुमाऊं मंडल के छह जनपदों के जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि अब किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, बल्कि जवाबदेही तय होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे दैनिक रूप से कार्यालय में निर्धारित समय (10 से 1 बजे तक) बैठें ताकि आमजन अपनी समस्याएं सीधे रख सकें।
मुख्यमंत्री ने 1064 एंटी करप्शन हेल्पलाइन का उल्लेख करते हुए जनसहयोग से भ्रष्टाचार पर प्रहार करने का आह्वान किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण रूप से पूर्ण हों, अन्यथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में लिए गए मुख्य निर्णय व निर्देश:
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जमरानी बांध परियोजना: पुनर्वास पैकेज स्वीकृत, मास्टर प्लान पूर्ण। मुख्य बांध निर्माण मानसून से पहले प्रारंभ होगा।
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सूखाताल झील: ₹2916 लाख की लागत से संवर्धन व सौंदर्यीकरण कार्य नमामि गंगे योजना के तहत प्रगति पर।
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कैंची धाम: ₹2815.68 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण और प्रकाशीकरण का कार्य जारी।
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मेडिकल कॉलेज: अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का मास्टर प्लान तैयार, पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज का बजट दोगुना।
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विजिलेंस सशक्तिकरण: भ्रष्टाचार मामलों में सीधी व निर्णायक कार्यवाही होगी, दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
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काशीपुर जल जीवन मिशन मामला: अधीक्षण अभियंता शिवम द्विवेदी को सस्पेंड करने के निर्देश।
मुख्यमंत्री ने जनता दरबार, चौपालों और कैंपों के माध्यम से लोगों की समस्याओं को स्थानीय स्तर पर त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी दोहराया कि उत्तराखंड को हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में लाने के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को मिलकर कार्य करना होगा।

