प्रकाशित खबरों को बताया तथ्यहीन, खबर का असर, अब पार्क प्रशासन वाटर हॉल में पानी डालने का करने लगा है काम।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रामनगर जैसे की सभी जानते है की इतनी गर्मी और जंगलों में आग की खबरें आ रही है कई मानसूनी वाटर होल और पर प्रशासन के द्वारा बनाए गए वॉटरहाल खाली पड़े हुए थे। जिससे वन्य जीव पानी पीने वाटर हॉल में आ तो रहे थे लेकिन उनको पानी के बिना ही लौटना पड़ रहा था। वही न्यू कॉर्बेट समाचार और अमर उजाला में इस खबर को प्रकाशित किया गया जिसके बाद पार्क प्रशासन गहरी नींद से जगा है। और गर्जिया जोन में 3 – 13 वाटर होल जो पार्क प्रशासन के द्वारा बनाया गया था उसमें आज लगभग 1:00 बजे टैंकर के द्वारा पानी डाला गया है अभी तक वह वाटर हाल बिल्कुल सूखा पड़ा हुआ था।
गर्जिया के नेचर जोन गाइड एसोसिएशन के द्वारा और अध्यक्ष के द्वारा भी संबंधित अधिकारी को कई बार सूचित किया गया था लेकिन वन क्षेत्राधिकार के द्वारा भी इसका कोई संघा नहीं लिया। वही खबर प्रकाशित होने के बाद इसका संज्ञान लिया जा रहा है वही जिम कार्बेट नेचर गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष से पुनः फोन से वार्ता कर जानकारी ली तो उन्होंने बताया की आज दिन में 3 –13 वाटर हॉल में वन कर्मी द्वारा टैंकर से पानी डाला गया जो पूर्व में सुखा था लेकिन अभी बेलाखाल मानसूनी वाटर हॉल में अभी तक पानी नहीं डाला गया है जबकि यह मानसूनी वाटर हॉल सफारी जाने में रास्ते में आता है। इसे सूखे वाटर हॉल में जब पर्यटक वन्य जीवों को बिना पानी के वापस अक्सर देखा जाता है। विभाग ने कहा की ये मानसूनी वाटर हॉल है इसके लिए विभाग के पास बजट नही मिलता।
वही गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष बुधनी ने बताया कि कई पर्यटक बोलते है इसके आस पास पानी नही है और इसमें पानी डालोगे नही तो वन्य प्राणी कहा पानी पीने जायेगे। पर्यटक बोलते है तो अगर इसमें पानी के लिए बजट नही आता तो इससे पक्का करवा। लेकिन विभाग मानसूनी वाटर हॉल को पक्का भी नही कर रहा है और न ही मानसूनी वाटर हॉल में पानी डाल रहा है। आपको बता दें कि पूर्व में कई मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं हो चुकी है जिसमें यह भी एक मुख्य कारण है पार्क के उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी है वही जंगली जानवरों को बाघ आदि को गांव की तरफ देखा गया है।
वही भानु प्रकाश हर्बोला, वन क्षेत्राधिकारी, बिजरानी रेंज द्वारा बताया गया प्रकाशित वाटर होल की खबर तथ्यहीन है।
आज गर्जिया जॉन के 3:13 वॉटरहालल में जो विभाग द्वारा बनाए गया था उस वोटर हाल में टैंकर के द्वारा लगभग 1:00 बजे पानी डाला गया है आज से पहले वह वॉटरफॉल सूखा हुआ था खबर प्रकाशित होने के बाद वन क्षेत्राधिकार और पर पार्क प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया।
आपको बता दें कि कोई भी खबर तथ्यहीन नहीं होती है सूत्रों से मिली जानकारी और पक्के सबूत के द्वारा ही खबर को प्रकाशित किया जाता है। पार्क प्रशासन के द्वारा गर्जिया जोन में बने 3 – 13 वॉटहाल में जो पार्क शासन के द्वारा बने पक्के वाटर हाल में पानी क्यों डाला जा रहा है इसी तरह और भी कई वाटर हलो में आज पानी डाला गया इससे पहले पर प्रशासन क्यों गहरी नींद में सोया हुआ था।