डी फैलो रिज़ॉर्ट में मौत का खेल, सुरक्षा के बिना चल रहा रिज़ॉर्ट, सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाते होटल, पर्यटकों की जान पर संकट, होटल मैनेजर का गैर-ज़िम्मेदाराना बयान।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

रामनगर (नैनीताल)। गर्जिया क्षेत्र स्थित दि फैलो रिज़ॉर्ट में सुरक्षा इंतज़ामों की भारी लापरवाही सामने आई है। 15 अगस्त की रात स्विमिंग पूल में डूबकर विजय नगर, कानपुर (उ.प्र.) निवासी राकेश कुमार शर्मा (38 वर्ष) की मौत हो गई।
राकेश अपने दोस्तों संग नोएडा से घूमने आया था। सूत्रों के अनुसार हादसे के समय सभी ने शराब पी रखी थी। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि रिज़ॉर्ट प्रबंधन ने पूल पर न तो लाइफगार्ड तैनात किया और न ही कोई बचाव इंतज़ाम किए थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अगर समय पर सुरक्षा दल मौजूद होता तो राकेश की जान बचाई जा सकती थी। हादसे के बाद रिज़ॉर्ट स्टाफ का गैर-ज़िम्मेदाराना रवैया भी उजागर हुआ।
स्थानीय लोग आक्रोशित
स्थानीय जनता ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि पर्यटकों की जान से खिलवाड़ कर रहे ऐसे रिज़ॉर्ट्स पर तुरंत सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। दि फैलो रिज़ॉर्ट प्रबंधन पर एफ़आईआर दर्ज करने और कठोर कार्रवाई की मांग उठ रही है।
प्रशासन पर भी सवाल
लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बने तमाम होटल और रिज़ॉर्ट्स बिना पर्याप्त सुरक्षा मानकों के स्विमिंग पूल चला रहे हैं। पर्यटन के नाम पर लापरवाही से लोगों की ज़िंदगी दांव पर लगाई जा रही है। सवाल यह है कि क्या अब प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा या यह मामला भी दबा दिया जाएगा?
होटल मैनेजर का चौंकाने वाला बयान
घटना पर जब होटल मैनेजर अनंत सोटिया से सवाल पूछा गया तो उनका हैरान करने वाला जवाब सामने आया। उन्होंने कहा— “कल प्रॉपर्टी के सारे कमरे बुक थे, जिसकी वजह से हम उस पर ध्यान नहीं दे पाए।”
यह बयान होटल की लापरवाही को और पुख्ता करता है। अगर रिज़ॉर्ट में दर्जनों मेहमान ठहरे थे तो फिर सुरक्षा इंतज़ाम, लाइफगार्ड और मॉनिटरिंग स्टाफ कहां था?
सूत्रों के अनुसार मृतक ने अधिक शराब पी रखी थी, लेकिन होटल मैनेजर अनंत सोटिया मौत को हार्ट अटैक बताकर मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। वहीं होटल का दावा है कि प्रॉपर्टी में शराब की परमिशन नहीं है। सवाल यह उठता है कि जब शराब की परमिशन नहीं थी तो शराब होटल में पहुँची कैसे और परोसी कैसे गई?
पुलिस जांच जारी
रामनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है। मनोज नयाल का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन मृतक के साथी घटना के बाद होटल से चेकआउट कर फरार हो गए हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि होटल मैनेजर अनंत सोटिया ने मृतक के परिजनों को भी तुरंत सूचना देना उचित नहीं समझा।
पर्यटन व्यवसाय पर संकट
रामनगर नगरी का व्यवसाय पर्यटन पर टिका हुआ है, लेकिन इस तरह की लापरवाही से लोगों का भरोसा हिल रहा है। यदि होटल और रिज़ॉर्ट्स ने सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया तो भविष्य में पर्यटक यहां आने से परहेज़ करेंगे।























