उधम सिंह राठौर _ प्रधान संपादक

रामनगार। कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी जोन के बफर जोन में गर्जिया जोन का निर्माण किया गया था. लेकिन राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण की अनुमति के बिना संचालित करने पर गर्जिया जोन को अगस्त माह में एनटीसीए की अनुमति न होने कि वजह से इस ज़ोन में पर्यटन गतिविधियां बंद कर दी गयी थी.वहीं कॉर्बेट प्रशासन ने इस गेट को खोले जाने को लेकर एक प्रस्ताव शासन को भेजा था,जिसमे ये माना जा रहा है कि अब इस जोन के खुलने का कार्य अंतिम चरण पर है,पर कॉर्बेट प्रशासन द्वारा सुरक्षा की द्रष्टिगत इस गेट को रिंगोडा क्षेत्र में शिफ्ट किया जा रहा है।
,क्योकि पार्क प्रशासन का कहना है कि गार्जिया की तरफ़ से पहाड़िया है जिसके वजह से इसको रिंगोड़ा क्षेत्र से शुरू किया जा रहा है,वही इसी को लेकर आज गर्जिया व ढिकुली क्षेत्र के दर्ज़नों पर्यटन कारोबारियों ने क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट के साथ कॉर्बेट के निदेशक धीरज पांडे से वार्ता की,इस दौरान लगभग 2घन्टो तक वार्ता चली, जानकारी देते हुए विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी ने बताया कि गार्जिया ज़ोन को अलग अलग जगह से खोले जाने की मांग कारोबारियों द्वारा कि जा रही है,कुछ कारोबारियों का कहना है कि इसे गार्जिया से खोला जाय,और कुछ लोग रिंगोड़ा क्षेत्र से खोले जाने के पक्ष में है,उन्होंने कहाँ कि उसी को लेकर आज हमारे द्वारा ग्रामीणों के साथ कॉर्बेट के निदेशक से मुलाकत कर इस संबंध में वार्ता की गई।
मदन जोशी ने कहाँ कि पार्क प्रशासन द्वारा रिंगोड़ा क्षेत्र से इस जोन को खोले जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है.उन्होंने कहाँ कि इसमें ऐसा रास्ता निकाला जाएगा जिसमें दोनों लोगो का सामंजस्य बनेगा,उन्होंने कहाँ कि इसमें ये रास्ता निकाला जा रहा है कि एक तरफ से पर्यटकों की एंट्री होगी और एक तरफ से एग्जिट,अगर गार्जिया से पर्यटकों की एंट्री हुई तो रिंगोड़ा क्षेत्र से पर्यटक एग्जिट होंगे उन्होंने कहाँ कि अभी ये निस्कर्स निकाला गया है।
