हल्द्वानी में सरस आजीविका मेले का भव्य समापन, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मिली नई दिशा, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सरस मेले में हुआ करोड़ों का व्यापार।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
हल्द्वानी के एमबी मैदान में आयोजित दस दिवसीय सरस आजीविका मेला 2025 का सोमवार को भव्य समापन हुआ। समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि रामनगर विधायक श्री दीवान सिंह बिष्ट ने प्रतिभाग किया और स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
स्थानीय उत्पादों को मिली नई पहचान
मुख्य अतिथि श्री दीवान सिंह बिष्ट ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा इस मेले को एक अभियान के रूप में संचालित किया गया है, ताकि स्वयं सहायता समूहों, हस्तशिल्पियों और कारीगरों के लोकल उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य “आत्मनिर्भर भारत” और “वोकल फॉर लोकल” अभियान को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री द्वारा ग्रामीण महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाने के संकल्प को भी यह मेला साकार कर रहा है।
स्थानीय उत्पादों को बाजार और स्वरोजगार को बढ़ावा
उन्होंने कहा कि सरस मेला न केवल स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराता है बल्कि स्वयं सहायता समूहों और स्वयंसेवी संस्थाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा माध्यम भी बनता है। इस तरह के आयोजन विभिन्न राज्यों के उत्पादों को एक ही मंच पर लाकर लोगों को जागरूक करने का काम करते हैं।
समापन अवसर पर विधायक बिष्ट ने स्टॉलों का भ्रमण किया और खरीदारी भी की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति और उत्पादों को जानने का अवसर मिलता है।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी, एपीडी चंदा फर्त्याल सहित कई अधिकारी और स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद रहे।


