एसटीएफ और रामनगर पुलिस की बड़ी सफलता: 10 हजार का इनामी पकड़ा गया।
उधम सिंह राठौर – प्रधान राठौर
छोटे प्रधान हत्याकांड और पुलिस पर फायरिंग का आरोपी लंबे समय से था फरार, एसटीएफ और रामनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा गया
रामनगर। उत्तराखण्ड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और रामनगर पुलिस ने गुरुवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 10 हजार रुपये के इनामी और कुख्यात अपराधी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को गिरफ्तार किया है। गुरप्रीत वर्ष 2016 में रुद्रपुर के चर्चित छोटे प्रधान हत्याकांड और 2017 में रामनगर में पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमले में शामिल रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से मिले विशेष निर्देशों के तहत एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट द्वारा यह कार्रवाई की गई। टीम ने पिछले एक महीने से गुरप्रीत की गतिविधियों पर तकनीकी और भौतिक रूप से नजर बनाए रखी और आखिरकार उसे रामनगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीना के अनुसार, 27 जुलाई 2017 को रामनगर थाना क्षेत्र में गुरप्रीत ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पार्टी पर कई राउंड फायरिंग की थी। पुलिस द्वारा रोके जाने पर की गई इस फायरिंग में हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ था। उस घटना की एफआईआर कोतवाली रामनगर में दर्ज की गई थी और बाद में गुरप्रीत को गिरफ्तार किया गया था। जमानत पर छूटने के बाद वह फरार हो गया और कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित कर उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया गया।
गिरफ्तारी के बाद पता चला कि गुरप्रीत के खिलाफ उत्तराखण्ड (रुद्रपुर, रामनगर) और पंजाब (मोहाली, अमृतसर) में हत्या, जानलेवा हमला, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट के कुल 6 मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह विदेश भी भाग गया था।
गिरफ्तारी अभियान में शामिल टीमें:
एसटीएफ टीम:
निरीक्षक एम.पी. सिंह, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुररानी, हे.का. जगपाल सिंह, हे.का. रियाज अख्तर, कानि. गुरवंत सिंह
कोतवाली रामनगर टीम:
प्रभारी निरीक्षक अरुण सैनी, एसएसआई मनोज नयाल, कानि. विपिन शर्मा, कानि. भूपेन्द्र, कानि. ललित
पुलिस ने बताया कि गुरप्रीत सिंह एक पेशेवर शूटर है और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग में शामिल रहा है। उसकी गिरफ्तारी से एक लंबे समय से फरार चल रहे अपराधी के नेटवर्क को झटका लगा है। उसे न्यायालय में पेश किया गया है और अन्य राज्यों को उसकी गिरफ्तारी की सूचना दी गई है।

