उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

रुद्रपुर – चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस, भाजपा, निर्दलीय प्रत्याशी ठुकराल ने पूरे दमखम से रोड शो किया। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी मीना शर्मा के साथ उमड़े जनसैलाब ने नगर के विभिन्न हिस्सों सहित मुख्य बाजार में रोड शो कर अपनी ताकत का अहसास कराया। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल ने भी भारी जनसमूह के साथ नगर में रोड शो कर अपने दमखम का एहसास करते हुए वोट मांगे। वहीं भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा पीएम मोदी की चुनावी रैली में उमड़ी भीड़ से गदागद नजर आए। हालांकि शहरी क्षेत्र से साईकिल,हाथी और झाड़ू नदारद रहा। चुनावी रण में सबसे कमजोर उम्मीदवार साबित हुएं सपा उम्मीदवार एस पी ठुकराल, बसपा के चन्द्रशेखर राव और आप उम्मीदवार नंदलाल प्रसाद इनका कही नामों निशान नजर आया।
कांग्रेस प्रत्याशी मीना शर्मा ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ रोड शो कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों, महिलाओं, बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में कोताही बरतने का काम किया है। अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो इन मुद्दों पर गहनता से काम किया जाएगा। मीना शर्मा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया।
उनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल ने भी सिटी के साथ रोड शो किया। इस दौरान उनके साथ समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल ने कहा कि जो लोग धनबल का प्रयोग कर चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं, जनता उन्हें मुंह तोड जवाब देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा एक कमजोर उम्मीदवार हैं। उनके पास सिर्फ जुमलों है। वहीं सपा उम्मीदवार एस पी ठुकराल की साइकिल शहरी क्षेत्र से नदारद रही है। यहां तक कि कुछ लोगों को यह जानकारी भी नहीं है कि समाजवादी पार्टी से कौन चुनाव लड रहा है।
आम मतदाताओं ने कहा कि हमें तो यह तक पता नहीं की इस सीट से सपा भी चुनावी मैदान है। अगर बात करें बसपा की तो हाथी की सुस्त चाल यहां दिखाई तक नहीं दी। बसपा से चन्द्रशेखर राव चुनावी मैदान में हैं। लेकिन उनकी हाथी की सवारी पूरी तरह फैल साबित हुई। अब बात करते हैं आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी नंदलाल प्रसाद की झाड़ू थामने वाले नंदलाल प्रसाद फिर एक बार चुनावी रण में करारी हार का सामना कर सकते हैं।उनकी झाड़ू शहरी क्षेत्र में कहीं दिखाई नहीं दे रही है। झाड़ू के तिनके बिखरते नजर आ रहे हैं। चुनावी प्रचार में सबसे कमजोर उम्मीदवार साबित होने वाले तीन उम्मीदवार जिसमें सपा उम्मीदवार एस पी ठुकराल, बसपा प्रत्याशी चंद्रेश्वर राव और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी नंदलाल प्रसाद चुनावी रण में सबसे कमजोर उम्मीदवार साबित हुए हैं।
कांग्रेस छोड़कर नंदलाल प्रसाद आम आदमी पार्टी में शामिल हुए नंदलाल प्रसाद अपनी राजनीतिक जमीन खोते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं हाथी का साथ छोड़कर साइकिल पर सवार एस पी ठुकराल भी इस चुनाव में अपना बचाकुचा राजनीति अस्तित्व खोते नजर आ रहे हैं। बसपा की तो बात करना ही फिजूल है। माना जा रहा है कि चुनावी मुकाबला निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल और कांग्रेस उम्मीदवार श्रीमती मीना शर्मा तथा भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा के ही बीच है। बाकी सब अपनी जमानत बचाने में सफल नहीं हो पाएंगे।
