सलीम अहमद साहिल – संवाददाता
रामनगर तराई पष्चिमी डिवीजन क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है की दिन का उजाला हो या फिर रात का अंधेरा वन माफिया अवैध रूप से जंगलों को काटते हुए दिखाई दे रहे हैं लेकिन वन निगम द्वारा इन माफियाओं पर कोई भी कार्यवाही होती हुई दिखाई नहीं दे रही। कई किलोमीटर दूर बैठे वन विभाग की टीम को जब जंगल में वन निगम की लौट से यूके लिप्टिस के अवैध पेड़ो को काटने की सूचना तो मिल जाती है ओर वन विभाग जब इन लकड़ी माफियाओं पर नकेल कसने की कोशिश करता है तो ये लकड़ी माफिया वन विभाग की टीम पर भी हमला करने से नही चूक रहे है लेकिन वन निगम को यूके लिप्टिस के पेड़ काटने की सूचना मिलने पर भी अपने आँख कान बंद करके बैठ जाते हैं।
अपने लकड़ी माफिया दोस्तो पर कोई भी कार्यवाही करने को तैयार नही हो रहे हैं। वन निगम के लकड़ी माफियाओं के गठजोड़ ने लकड़ी माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद कर दिए है की कार्रवाई करने वाली वन विभाग की टीम पर भी माफिया हमला करने से नहीं चूक रहे। एक बार फिर माफियाओं द्वारा वन विभाग कि टीम पर जानलेवा हमला किया गया है।
वन विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि वन निगम क्षेत्र में यूकेलिप्टस के पेड़ों को अवैध रूप से चोरी छुपे काटा जा रहा था जिस पर कार्रवाई करने के लिए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो माफियोओ ने अपने फार्म हाउस में यूकेलिप्टस की लकड़ी से भरी ट्रॉली को छिपाया दिया। वन निगम के कर्मचारियों ओर अधिकारियों से माफियाओं के गठजोड़ से लगातार प्रदेश में जंगलों का खात्मा होता हुआ दिखाई दे रहा है।
बेशकीमती लकड़ियों को काटकर माफिया लाखों के वारे न्यारे करते हुए दिखाई दे रहे हैं और वन निगम के संरक्षण के चलते लकड़ी माफिया वन विभाग की टीमों पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं ऐसे में देखने वाली बात होगी कि धामी सरकार ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ कब कठोर एक्शन लेती हैं और लकड़ी माफियाओं के खिलाफ अपना बुलडोजर चलाने की कार्यवाही करती हैं।