उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
भरतपुर 13 साल की बेटी को तालाब में डूबते देखा तो पेड़ के नीचे सुस्ता रही मां बिना देर किए 20 फीट गहरे कच्चे तालाब में कूद पड़ी। इस घटना में मां-बेटी की डूबने से मौत हो गई। मामला भरतपुर जिले के पचौरा गांव का है। बच्ची तालाब के पास बकरियां चरा रही थी। कुम्हेर थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार दोपहर 12 बजे हुई। पचौरा गांव की नगीना (36) अपने बेटी रिषिका (16), पूनम (13) और देवर की बेटी आरती के साथ बकरियां चराने तालाब पर गई थी।
तालाब के आस-पास पेड़ों का झुरमुट है। जहां पशुपालक पशु चराते हैं और दोपहर में सुस्ताते हैं। हादसे के वक्त नगीना, रिषिका और आरती पेड़ के नीचे बैठीं थी। जबकि छोटी बेटी पूनम तालाब पर बकरियों को पानी पिला रही थी अचानक पूनम का पैर फिसला और वह गहरे तालाब में जा गिरी। पूनम को गिरता देख बचाने के लिए नगीना भी तालाब में छलांग लगा दी। नगीना डूबने लगी तो बड़ी बेटी रिषिका भी बहन और मां को बचाने तालाब में उतर गई। रिषिका को चचेरी बहन आरती ने रस्सी डालकर बचा लिया।
लेकिन नगीना और पूनम पानी में समा गईं। हादसे के बाद रिषिका और आरती भागकर गांव पहुंचीं और घटना के बारे में परिजनों व ग्रामीणों को बताया। वे दौड़कर मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक आरती व पूनम डूब चुकी थीं। इसके बाद सिविल डिफेंस की टीम को सूचित किया गया। नगीना का शव सतह पर आ गया था। ऐसे में ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाल लिया। पूनम का शव दिखाई नहीं दिया। पूनम का शव 2 घंटे की मशक्कत के बाद सिविल डिफेंस की टीम ने तालाब से निकाला।
तालाब 20 फीट गहरा है। जिसमें 12 फीट तक पानी भरा है। हादसे को लेकर ग्रामीणों ने कुम्हेर थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस गांव पहुंची और दोनों शवों को कुम्हेर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया।