जगराओं में बायो गैस फैक्ट्रियों के खिलाफ किसानों का आंदोलन, डीसी दफ्तर के बाहर धरना।
सतनाम सिंहराठौर – जिला प्रभारी (लुधियाना )
जगराओं में बायो गैस फैक्ट्रियों के खिलाफ चल रहे आंदोलन ने मंगलवार को एक नया मोड़ ले लिया जब दर्जनों गांवों के किसान और महिलाएं डीसी दफ्तर के बाहर धरना देकर बैठ गईं। किसानों ने हल्ला बोलते हुए फैक्ट्रियों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की।
किसान नेता कमलजीत खन्ना ने बताया कि गांव भूदड़ी, अखाड़ा, घुंघराली राजपूतों और मुश्काबाद में लग रही बायो गैस फैक्ट्रियों के कारण लोगों की जान-माल को बड़े पैमाने पर खतरा पैदा हो गया है। इन फैक्ट्रियों से क्षेत्र में दुर्गंध, प्रदूषण और बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है क्योंकि ये फैक्ट्रियां आबादी के बेहद करीब स्थित हैं। खन्ना ने कहा कि घुंघराली राजपूतान (खन्ना के पास) में चल रही फैक्ट्री ने इलाके में जो तबाही मचाई है, वह सबके सामने है।
उन्होंने यह भी बताया कि हजारों ग्रामीणों के विरोध के बावजूद इन फैक्ट्रियों को बंद नहीं किया जा रहा है और न ही निर्माणाधीन फैक्ट्रियों के लाइसेंस रद्द किए जा रहे हैं। आज के धरना प्रदर्शन में करीब बीस गांवों के किसानों और ग्रामीणों ने भाग लिया ताकि अधिकारियों के कानों तक उनकी आवाज पहुंच सके। किसानों ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे नेता अपने नशे में चूर होकर जनता की समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं।
किसानों का यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और उन्हें न्याय नहीं मिल जाता। किसानों ने यह साफ कर दिया है कि वे अपने गांवों और लोगों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।