रोशनी पाण्डेय – सह सम्पदाक
नैनीताल ज़िले के विकास खंड बेतालघाट के अंतर्गत पड़ने वाले अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्राम पंचायत व्यासी में विगत तीन वर्ष से छात्रों की संख्या कम होने के कारण विद्यालय को शिक्षा विभाग ने बंद कर दिया था ।जिस कारण वहाँ पर बना भवन भी देख–रेख के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गया था परिणाम स्वरूप कोरोना के कारण पुनः विद्यालय खुल नहीं पा रहा था ॥बच्चों को पढ़ाई करने काफ़ी दूर जंगल के रास्तों से होकर अन्य विद्यालयों में जाना पड़ रहा था जून माह में ग्राम प्रधान व्यासी ने ग्राम सभा में बैठक कर पुनः दूरस्थ क्षेत्र में बच्चों की शिक्षा को लेकर सहमति बनाते हुए पुनः विद्यालय खुलवाने का प्रस्ताव ज़िला शिक्षा अधिकारी नैनीताल को भेजा गया किन्तु शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने छात्र संख्या को लेकर बार बार चिन्ता व्यक्त की जा रही थी ।इस पर ज़िला शिक्षा अधिकारी ने माह जुलाई से ही विद्यालय खोलने के आदेश दे दिए गये थे ।
खण्डशिक्षा अधिकारी बेतालघाट की मज़बूरी यह थी कि एक तो अध्यापक की व्यवस्था तथा दूसरा क्षतिग्रस्त विद्यालय में कैसे पठन–पाठन किया जा सके ।परिणाम स्वरूप ज़िला शिक्षा अधिकारी का आदेश प्रभावी नहीं हो पा रहा था ॥ यह प्रकरण जैसे ही अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पी सी गोरखा जी के पास पहुँचा तो आयोग की ओर से खण्ड शिक्षा अधिकारी बेतालघाट को पंचायत घर पर विद्यालय का संचालन करने तथा शिक्षण कार्य हेतु शिक्षकों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गये ॥तथा अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्राम पंचायत की पैरवी करते हुए
खंड शिक्षा अधिकारी बेतालघाट को निर्देश जारी किए गए ।श्री भूपेन्द्र कुमार ने तत्काल आयोग के निर्देश का पालन करते हुए मंगलवार से व्यासी राजकीय प्राथमिक विद्यालय की शुरूवात कराते हुए वहाँ पंचायत घर में संचालन प्रारंभ कर दिया गया है ।प्रथम दिवस में गाँव के ग्यारह बच्चों ने नामांकन दाखिल कर दिया गया है। ग्राम प्रधान व्यासी श्रीमती मंजू आर्या ने मा.उपाध्यक्ष श्री पी सी गोरखा जी का आभार व्यक्त किया।ग्रामवासियों में ख़ुशी का माहौल देखा गया है।
निजी सचिव नरेश कुमार
माननीय उपाध्यक्ष श्री पी सी गोरखा जी अनुसूचित जाति आयोग देहरादून