नेत्र दान जागरूकता संकल्प अभियान की लौह उत्तराखंड से दिल्ली तक पहुँची।

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उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट एंड हॉस्पिटल दिल्ली में नेत्रदान शिविर जागरूकता अभियान पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।शहीद भगत सिंह सेवा समिति, कल्याण ट्रस्ट एवम् स्वर्गीय दाविंद्र कौर फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस नेत्रदान शिविर में बड़ी संख्या में नेत्रदान कर्ता आगे आए ॥ संस्था कल्याण ट्रस्ट की फाउंडर इंद्रजीत कौर टीम और दाविंदर कौर फाउंडेशन डॉ. अवनीत कौर भाटिया एंड टीम ने भी लिया नेत्रदान संकल्प,

 

 

इसके अलावा शहीद भगत सिंह सेवा समिति उत्तराखंड के तत्वाधान से नेत्रदानध्अंगदान जागरूकता अभियान पर विशेष सत्र का आयोजन भी किया गया।

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जिसमें शहीद भगत सिंह सेवा समिति (उत्तराखंड) अरुण चुघ , प्रथम (प्रकाश)बिष्ट ,राजन (हरप्रीत सिंह) ने नेत्रदानध्अंगदान पर स्टेट कैंसर हॉस्पिटल दिल्ली में मरीज़ो और सहयोगी कैम्प आए संस्थान कल्याण ट्रस्ट (इंद्रजीत कौर) एवम् स्वर्गीय दाविंद्र फ़ाउंडेशन को विस्तार से जानकारी दी एवं इस विषय पर फैली हुई विभिन्न भ्रांतियों एवं शंकाओं को दूर किया

 

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कार्यक्रम के प्रारम्भ में अरुण चुघ, प्रथम बिष्ट, हरप्रीत सिंह ने भारी संख्या में आए सभी से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में नेत्रदान शिविर में भाग लेने एवं नेत्रदानध्अंगदान अभियान से जुडने का आहवान किया। प्रथम बिष्ट, अरुण चुघ, हरप्रीत सिंह ने लोगों को बताया कि भारत में करीब सवा करोड़ लोग नेत्रहीन हैं। करीब 25-30 लाख ही दान की गई आंखों से रोशनी पाते हैं। नेत्रदान ही ऐसा पुण्य काम है जिसे आदमी की मौत होने के उपरांत ही निकाला जाता है। शेष अंगदान के लिए दानकर्ता का जीवित होना जरूरी है। एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो जरूरतमंद व्यक्ति की आंख में रौशनी लौटाई जा सकती है।

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और साथ ही पूरे देश का नाम नेत्रदान जैसे महादान के लिए विश्व में सबसे आगे ले जाने की बात कही संस्था कल्याण ट्रस्ट दिल्ली ने धन्यवाद दिया एवं चिन्ह भेंट किया। इस कार्यक्रम में इंद्रजीत कौर (कल्याण ट्रस्ट), डॉ अवनीत कौर भाटिया(प्रोफेसर), मौजूद रहे।

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