उधम सिंह राठौर – संवाददाता

कुमाऊं द्वार ‘पर्यटन नगरी’ भीमताल में खुले ‘रोड वेज बस अड्डा’ पिछले ‘दो दशक’ से नगर वासी कर रहे माँग ‘बस के इंतजार में घंटों खड़ा रहना पड़ता है’ “बरसात व धूप” में सड़क किनारे यात्रियों को।
भीमताल – कुमाऊं द्वार आज दिनों-दिन पर्यटन नगरी में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है साथ ही भीमताल शिक्षण संस्थानों के ‘हब’ के रूप में भी अपनी विशेष पहचान बना रहा है, यहाँ कई हजारों की संख्या में अन्य राज्यों के बच्चे आकर शिक्षा लेते हैं इसके अलावा भीमताल अपने आस-पास पैरागिलाइडिंग हब, वॉटर स्पोर्ट्स हब, अडवेंचर हब और अन्य कई पर्यटन स्थलों एवं धार्मिक स्थलों को अपने साथ जोड़ा हुआ है, हर वर्ष कई लाखों की संख्या में पर्यटक देश विदेश से भीमताल पहुँचतें है और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का लुफ्त उठाते हैं लेकिन ‘अथिति देवो भवः’ की परम्परा निभाने वाले पर्यटन प्रदेश की नगरी भीमताल में आने-जाने वाले यात्रियों एवं पर्यटकों के रोड वेज बस स्टैंड इधर-किधर है पूछने पर हर बार स्थानीय लोग शर्मिंदगी उठाते हैं जबकि उत्तराखंड राज्य बनने से पूर्व ‘उत्तर प्रदेश सरकार’ ने भीमताल डाठ पर कुमाऊं द्वार नगर भीमताल वासियों के लिए रोडवेज का टिकट काउंटर बनाया था और लोगों को स्टैंड की सुविधा दी थी जो राज्य बनने के समय से हटा दी गयी, तब से अब तक न जानें भीमताल वासियों ने कितनी बार शासन-प्रशासन से भीमताल में रोडवेज बस स्टैंड खुलवाने की मांग की है।
आज भीमताल नगर परिसीमन के उपरांत लगभग अपने ‘भौगोलिक क्षेत्र’ में 14.57 वर्ग किमी. की बढ़ोत्तरी कर चुका है साथ ही भीमताल नगर के एक छोर सातताल से लेकर दूसरी छोर नौकुचियाताल तक फैल चुका है, जानकारी के मुताबिक नगर की जनसंख्या 20000 से भी उपर पहुँच चुकी है किन्तु नगर वासियों को इतने बड़े भू-भाग में एक छोटा सा रोडवेज का बस अड्डा अब तक नसीब नहीं हुआ आज भी नगर के यात्री-यात्रा के लिए घंटो ‘धूप व बरसात’ में रोड किनारे खड़े होकर बसों का इंतजार करते हैं, भीमताल नगर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने बताया कि उनके द्वारा पूर्व में निम्न स्तर से लेकर उच्च स्तर तक शासन प्रशासन दोनों के प्रतिनिधियों से बारी-बारी से भीमताल में रोड वेज बस अड्डा खुलवाने की माँग रखी गयी लेकिन जमीन का चयन न होने का हवाला देकर भीमताल की मुख्य माँग को अब तक अनदेखा किया गया है।
जिसका परिणाम पूरे नगर को प्रत्यक्ष भुगतना पड़ रहा है साथ ही उन्होंने बताया कि एक पत्र के जवाब में ‘परिवहन विभाग’ खुद कह चुका है कि भीमताल में रोड वेज बस स्टैंड की माँग ‘नीतिगत विषय’ है, साथ में जिला प्रशासन जमीन न होने की बात कहता है, बृजवासी ने पुनः आज फिर भीमताल में रोडवेज बस अड्डे की माँग को लेकर उत्तराखण्ड सरकार के परिवहन मंत्री को ज्ञापन दिया, जिसमें भीमताल नगर क्षेत्र में शीघ्र जमीन चयन कर रोड वेज बस अड्डा खुलवाने की माँग की है l
