सुरेंद्र सैनी – सवांददाता

रामनगर में शनिवार की दोपहर एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के बाद एक नाबालिक किशोरी की दर्दनाक मौत हो गई जिसके बाद मृतका के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मृतका के परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। रामनगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार झोलाछाप डॉक्टर गरीब मासूमों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कई बार अभियान भी चलाया गया है। लेकिन उसके बाद भी यह झोलाछाप डॉक्टर गरीबों की जिंदगी को दांव पर लगा रहे है। पूर्व में भी सप्ताह भर पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया गया था मात्र अभियान एक दिन का ही चलने के बाद स्वास्थ्य विभाग खामोश बैठ गया।
ग्राम पीरुमदारा क्षेत्र के भगतपुर मड़ियाल निवासी 16 साल की दीपिका नेगी को 2 दिन पहले पीलिया की शिकायत हुई थी जिसके बाद परिजन किशोरी को पीरुमदारा स्थित बंगाली क्लीनिक पर ले गए थे जहां मौजूद डॉक्टर द्वारा इस किशोरी का इलाज करने के दौरान एक इंजेक्शन लगाया गया था जिसके बाद इस किशोरी की हालत लगातार बिगड़ती चली गई मामले में मृतका की चाची बीना नेगी ने बताया उसकी भतीजी की हालत बिगड़ने के बाद आज दोबारा उसे उपचार के लिए बंगाली डॉक्टर के पास ले गए तो उसने कहा फोड़ा फुंसी होने के कारण इसके पैर में सूजन आई है किशोरी की हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिजन ने उसे काशीपुर के प्राइवेट अस्पताल मैं इलाज कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिसके बाद परिजन उसे से इलाज के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल लाए यहां भी डॉक्टरों ने से मृत घोषित कर दिया।
घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने उक्त बंगाली डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंचकर नाराजगी व्यक्त की लेकिन उससे पहले झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार हो गया घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस रामनगर के सरकारी अस्पताल पहुंच गई है और परिजनों से जानकारी जुटाई जा रही है और पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है मृतकों के परिजनों द्वारा दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।
