यूपीसीएल को मिलेगा तकनीक का बल, कार्ययोजना जल्द तैयार करने के निर्देश।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, 30 जून 2025
राज्य के मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की गहन समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए स्पष्ट लक्ष्य तय करते हुए एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने अगले 3 से 5 वर्षों की दीर्घकालिक कार्ययोजना भी जल्द प्रस्तुत करने को कहा।
मुख्य सचिव ने यूपीसीएल के कार्यों में आधुनिकतम तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के अधिकतम उपयोग पर बल देते हुए कहा कि इससे कार्य निष्पादन में पारदर्शिता व दक्षता बढ़ेगी तथा विद्युत क्षतियों को कम किया जा सकेगा।
विद्युत व्यवस्था में तेजी और पारदर्शिता पर बल
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि खराब ट्रांसफॉर्मरों को बदलने की प्रक्रिया का रिस्पॉन्स टाइम और घटाया जाए। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन एवं 1905 नंबर पर प्राप्त विद्युत पोलों के झुकाव, टूट-फूट और लटकी तारों से संबंधित शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। इसके लिए प्रदेशभर में मिशन मोड में अभियान चलाकर सर्वे और मरम्मत के निर्देश दिए गए।
ऑपरेशनल लागत में कटौती और लॉस नियंत्रित करने पर फोकस
मुख्य सचिव ने संचालन व रखरखाव की लागत को कम करने हेतु थर्ड पार्टी से विश्लेषण कराने को कहा। साथ ही डिस्ट्रीब्यूशन लॉस और एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल लॉसेज (AT&C) को लगातार घटाने के लिए नियमित सुधारात्मक कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
स्मार्ट मीटरिंग और बैटरी स्टोरेज को प्राथमिकता
उन्होंने तीन फेज HTCT और LTCT कनेक्शनों के साथ फीडर एवं डीटी मीटर को स्मार्ट मीटरों में शीघ्रता से बदले जाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु बैटरी स्टोरेज सहित अन्य विकल्पों पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया।
उत्तराखण्ड की परफॉर्मेंस सराहनीय
यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक श्री अनिल कुमार ने बैठक में बताया कि बीते तीन वर्षों में उत्तराखण्ड की इनपुट एनर्जी में वृद्धि के साथ-साथ डिस्ट्रीब्यूशन लॉस में निरंतर कमी आई है। बिलिंग दक्षता में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य का एटीएंडसी लॉस राष्ट्रीय औसत से बेहतर है और केवल पंजाब, हरियाणा व हिमाचल ही इससे आगे हैं, जबकि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियां कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम सहित यूपीसीएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

