वाइब्रेंट विलेज योजना: भटवाड़ी ब्लॉक में विकास कार्यों को नई दिशा।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना वाइब्रेंट विलेज के अंन्तर्गत भटवाडी़ ब्लाक के चिन्हित गांवों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के साथ ही सृजनात्मक कार्यों को नई दिशा प्रदान करने के लिये सम्बंधित रेखीय विभागों के अधिकारियों की अपर सचिव ग्राम्य विकास सविन वंसल ने पंचायत भवन बगोरी में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली इस दौरान सचिव महोदय ने सिंचाई ड्रोन से लखपति दीदीयों को आत्मनिर्भरता व ट्रेकिंग सबंधी गतिविधियों को प्राथमिकता से प्रोत्साहन करने के निर्देश दिये l उन्होंने उत्तराखंड की मशहूर गुच्छी उत्पादन जो कि शारीरिक दृष्टिकोण से मानव जीवन के लिये लाभदायक है l
उन्होंने इनकी अपार संभावनाओं को प्राकृतिक उत्पादन के अनुसार विकसित करने के निर्देश दिए l पशुपालन के क्षेत्र उन्होंने भेड़ पालकों को मैरिनों भेड़ों से ऊनी उत्पादनों की यथा स्थिति को देखते हुए आय सृजन के आत्मनिर्भरता परिणामों को बेहतर बनाने के सार्थक प्रयास आपसी समन्वय से अग्रसर करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये l
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने वाइब्रेंट विलेज के कार्यों को विभागवार प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अपर सचिव ग्राम्य विकास को विस्तार पूर्वक गहनता से प्रस्तुत किये l
सीमांत क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण व यहां की विशेषताएं व पौराणिक कला-संस्कृति ही देश ही नहीं अपितु विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाती है। यह बात समीक्षा बैठक के दौरान अपर सचिव ने कहते हुये, कहा कि वाइब्रेंट विलेज योजना में शामिल ग्राम सभाओं में बुनियादी सुविधाओं के साथ उन सम्भावनाओं को तलाशने के भरसक प्रयास किये जायें, जिनसे आजीविका कार्यों को भी बढ़ावा मिल सके। उन्होंने सम्बंधित रेखीय विभागों के अधिकारियों को वाइब्रेंट विलेज की ठोस कार्य योजना पर विशेष जोर देने के अवश्य दिशा निर्देश दिये।
उन्होंने इस दौरान क्षेत्रवासियों को आश्वस्त करते हुये कहा कि वाइब्रेंट विलेज के तहत चिन्हित गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, दूरसंचार, सड़क, पेयजल, बागवानी, जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुविधाजनक केंद्रित किये जाने को लेकर ठोस योजना के तहत कार्य क्रियान्वित किये जायेगें
बैठक से पूर्व अपर सचिव ने धराली में सेब बागवान में विभिन्न प्रजातियों के सेबों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हर्षिल घाटी सेब के लिये प्रख्यात है। अतः ऐसी परिकल्पनाओं को साकार किया जाये जिनसे यहां के वासियों को आजीविका संवर्धन के बहुयामी आय सृजन के अवसर प्राप्त हो। उन्होंने ड्रोन कृषि सिंचाई यंत्र का अवलोकन करने के साथ इस ओर अधिक से अधिक किसानों को प्रशिक्षण व इसकी आवश्यक जानकारी साझा करने के निर्देश दिये। ताकि इस तकनीकी से किसान लाभान्वित हो सके।