उधम सिंह राठौर – सम्पादक

शहीद भगतसिंह की याद में तीन दिनों तक चले कार्यक्रमों का आज पीएनजी महाविद्यालय में विधिवत समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों के मध्य भगत सिंह के लेखों की वाचन प्रतियोगिता हुई। जिसमें उनके द्वारा भगतसिंह के लेख विद्यार्थी और राजनीति, अछूत समस्या,मैँ नास्तिक क्यों हूँ, साम्प्रदायिक दंगे और उनका इलाज आदि का वाचन किया गया।प्रतियोगिता में महिमा छिमवाल ने प्रथम, भारती पाठक ने दूसरा, ममता सत्यवली ने तीसरा, स्नेहा नेगी ने चौथा स्थान व शमा परवीन ने पांचवा स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ शहीद भगतसिंह के छविचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर किया गया। प्राचार्य प्रो.एम.सी.पाण्डे ने आजादी के संग्रामियों को स्मरण कराते हुए युवाओं को सत्यनिष्ठा एवं कर्तव्य बोध से आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया।कार्यक्रम संयोजक चीफ प्रॉक्टर डॉ.जी.सी.पन्त ने भगतसिंह के जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला। रचनात्मक शिक्षक मण्डल उत्तराखंड से संयोजक श्री नवेन्दु मठपाल ने कहा कि भारतीय समाज का कोई वास्तविक नायक है तो वह केवल भगतसिंह ही हो सकते हैं।
तीन दिनों में प्राथमिक से लेकर डिग्री स्तर में हुई विभिन्नं प्रतियोगिताओं के समस्त प्रतिभागियों को प्राचार्य व अन्य अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र, भगतसिंह का साहित्य, मेडल व भगतसिंह का चित्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। निर्णायक मंडल में चन्दप्रकाश खाती व संतोष तिवारी रहे। डॉ.डी.एन.जोशी के संचालन में हुए उपरोक्त कार्यक्रम में हेम चन्द्र पाण्डे, जीतपाल कठैत, सुभाष गोला सहित महाविद्यालय से डॉ.धीरेंद्र सिंह, डॉ.के.के.पन्त, डॉ. ममता भदोला, डॉ.पी.सी.पालीवाल, डॉ.अनुराग श्रीवास्तव, डॉ.ज्योति मौलेखी, डॉ.जगमोहन सिंह नेगी, डॉ.अभिलाषा कन्नौजिया, डॉ.सुभाष पोखरियाल, डॉ.इला जोशी, मुरलीधर कापड़ी का विशेष सहयोग रहा।























