उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक
रामनगर कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली, कोतवाल रामनगर के द्वारा दुर्भावना से प्रेरित होकर लगाए गए मुकदमे, धनगढ़ी मोहान में आतंक का पर्याय बने नरभक्षी बाघ को पकड़ने या मारने के आदेश दिलाने, जंगली जानवरों से सुरक्षा, हेलंग चमोली गढ़वाल प्रशासन, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के द्वारा गांव की घसियारी महिलाओं का उत्पीड़न किए जाने आदि मांगों को लेकर रामनगर के विभिन्न सामाजिक राजनैतिक संगठनों से जुड़े लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य आंदोलनकारी उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी की अगुवाई में विधायक दीवान सिंह बिष्ट जी उनके कार्यालय में मिला तथा उन्हें मांग पत्र सौंपा। सामाजिक राजनीतिक संगठन से जुड़े लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्हें बताया कि कोतवाली में अपनी फरियाद लेकर जाने वाले पीड़ित आम जनता की सुनवाई नहीं हो रही है , पुलिस द्वारा समय पर एफ आई आर दर्ज नहीं की जाती है, लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।
जिसके कारण सरकार ,विधायक की छवि खराब हो रही है।प्रतिनिधिमंडल ने आमडंडा खत्ता निवासी मृतक सुरेश के परिवार को न्याय दिलाने ,आर्थिक सहायता के दिलाने की मांग की तथा कोतवाल द्वारा दुर्भावना से प्रेरित होकर 12 नामजद तथा 20 अन्य लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने धनगढ़ी में आतंक का पर्याय बने नरभक्षी बाघ को पकड़ने या मारने का आदेश दिलाने की मांग करते हुए कहा कि बाघ के आतंक से ग्रामीणों आम जनता ,व्यापारियों की गतिविधियां थम गई है। वन विभाग /कॉर्बेट टाइगर रिजर्व जंगली जानवरों से सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रहा है जिसके कारण खेती, मवेशी तथा आम लोगों ,ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ा पड़ रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने चमोली गढ़वाल के हेलंग में प्रशासन एवं केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के द्वारा गांव की गई अभद्रता एवं उत्पीड़न करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रभात ध्यानी, देव भूमि विकास मंच के मनमोहन अग्रवाल, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिम्बाल, निर्माण आंदोलनकारी मंच के योगेश सती, लालमणि, रवि, प्रमोद आदि थे।


