रोशनी पाण्डेय – सह सम्पदाक

स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठन से जुड़े लोगों ने समाज के सभी धर्मों ,सभी वर्गों, सभी जातियों में आपसी सद्भाव बनाए रखने के लिए सद्भावना मार्च निकाला। सामाजिक राजनीतिक संगठन के जुड़े लोग शहीद पार्क में एकत्र हुए तथा देश को आजादी दिलाने वाले अमर नायकों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। सद्भावना मार्च में शामिल लोगों का कहना था सभी धर्मों ,जातियों में बंटे लोगों के बीच आपसी सद्भाव हो।
लोगों का कहना था कि देश को 75 वर्ष पूर्व आजादी मिली गई लेकिन देश के विभाजन की कीमत पर। देश की बड़ी आबादी ने विभाजन की पीड़ा झेली है उनके जख्म अभी तक नहीं भर पाए हैं।।नफरत एवं सांप्रदायिकता फैलाने वाली ताकतों आज भी धर्म एवं जाति के नाम पर लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं ,लोगों को आपस में लड़ा कर अपने स्वार्थ की पूर्ति कर रहे हैं। जनता को इन ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है। लोगों का कहना था कि आजादी का मकसद तभी पूरा होगा जब देश में शांति होगी, लोगों में सद्भाव होगा ।देश विकास के पथ पर तभी आगे बढ़ेगा।शहीद पार्क लखनपुर से शुरू हुआ सद्भावना मार्च हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में है भाई भाई, हिंदू मुस्लिम में नहीं बटेंगे़- मिलजुल कर संघर्ष करेंगे, अमर शहीदों का बलिदान -याद रखेगा हिंदुस्तान के नारे लगाते हुए रानीखेत रोड,कोसी रोड, ज्वाला लाईन होते हुए भगत सिंह चौक भवानीगंज पहुंचा जहां पर शहीदे आजम भगत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए सद्भावना मार्च का समापन किया
गया। सभा में मार्च में सद्भावना मार्च में प्रभात ध्यानी,भारत नंदन भट्ट, रोहित, इमाम करी नईम , इंदर सिंह मनराल, पीसी जोशी , ललिता रावत ,तुलसी छिम्बाल, किरण आर्य ,मनमोहन अग्रवाल , चिंताराम, मनिंदर सिंह सेठी ,रवि ,लालमणि कैसर राणा , हाजी शमीम अहमद, रईस अहमद , इंद्र लाल, एनके ध्यानी,सुनील, प्रियांशु, संजीव घिल्डियाल, लालता श्रीवास्तव आदि थे।
