मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जन समस्याओं का तीव्रता से समाधान हो सके, जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को दिये निर्देश ।

ख़बर शेयर करें -

उधम सिंह राठौर –  प्रधान संपादक

जिलाधिकारी विकास कार्यों की माह में दो बार समीक्षा अवश्य करें। विधायकगणों के माध्यम से विकास कार्यों के लिए जो भी प्रस्ताव जिलाधिकारियों को प्राप्त होते हैं, उन्हें शासन में भेजने के बाद भी उस पर कार्य प्रगति की शासन से जिलाधिकारी अपडेट भी लेते रहें। जन समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय। पत्रावलियों के निस्तारण में अनावश्यक विलम्ब न किया जाए और न ही अनावश्यक आपत्ति लगाई जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने लोकसभा क्षेत्र अल्मोड़ा की विधानसभा क्षेत्रों के समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।

 

 

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जन समस्याओं का तीव्रता से समाधान हो सके, जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के मध्य निरंतर संवाद स्थापित हो, इस उद्देश्य से विधानसभावार जनहित के कार्यों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अधिकांश जन समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर किया जाए। आवश्यकता पड़ने पर ही समस्याओं को मण्डल एवं शासन स्तर पर भेजा जाए।

यह भी पढ़ें 👉  ग्रीन फील्ड एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पीरुमदारा रामनगर ने जीता देवभूमि सी.बी.एस.ई. सहोदया अंडर–16 गर्ल्स वॉलीबॉल चैम्पियनशिप का खिताब।

 

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत अलग-अलग क्षेत्रों की अलग-अलग समस्याएं हैं। अधिकारियों को क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड कॉरिडोर के लिए तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ एवं चम्पावत जनपद को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की अनेक संभावनाएं हैं।

यह भी पढ़ें 👉  SSP नैनीताल के निर्देश पर अवैध शराब पर सख्त शिकंजा, ट्रांसपोर्ट नगर से 11 पेटी अवैध शराब बरामद, आरोपी गिरफ्तार।

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि नालियों की सफाई एवं झाड़ी कटान का कार्य नियमित हो, इसके लिए अभियान के तहत कार्य किये जाएं। मुख्यमंत्री घोषणाओं एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए अलग से समीक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए। जटिल प्रक्रियाओं के सरलीकरण की दिशा में लगातार प्रयास किये जाएं। प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए विभागों द्वारा क्या कार्य किये गये हैं, इसकी भी जल्द समीक्षा की जायेगी।

 

 

बैठक में विधायकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण, पुल निर्माण के कार्य, विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता, बाढ़ नियंत्रण से संबधित कार्य एवं क्षेत्र की अन्य समस्याओं से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी समस्याएं रखी गई हैं, अधिकारी इन समस्याओं का त्वरित निवारण का प्रयास करें।

यह भी पढ़ें 👉  राज्य सरकार बच्चों की सुरक्षा और जन स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है- पुष्कर सिंह धामी।

 

 

बैठक में कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या,  चन्दन रामदास, सांसद  अजय टम्टा, विधायक डीडीहाट  विशन सिंह चुफाल, गंगोलीहाट  फकीर राम, कपकोट  सुरेश गढ़िया, रानीखेत  प्रमोद नेनवाल, सल्ट  महेश जीना, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव  आर. के. सुधांशु, सचिव  आर. मीनाक्षी सुन्दरम,  नितेश झा,  रणजीत सिन्हा,  एच. सी, सेमवाल, अपर सचिव  रणवीर सिंह चौहान, विनीत कुमार,  उदयराज,  योगेन्द्र यादव, नवनीत पाण्डेय,  जगदीश चन्द्र काण्डपाल, वर्चुअल माध्यम से कुमांऊ कमिश्नर  दीपक रावत, संबंधित जिलाधिकारी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *