चैती मेले में पहूँचा, माँ बाल सुंदरी देवी का डोला: उत्सव और श्रद्धा का महासंगम”

ख़बर शेयर करें -

चैती मेले में पहूँचा, माँ बाल सुंदरी देवी का डोला: उत्सव और श्रद्धा का महासंगम”

 

उधम सिंह राठौर –  प्रधान संपादक

 

 

ढोल नगाड़ों के साथ माँ बाल सुंदरी देवी का डोला चैती मंदिर पहुंचा।

 

काशीपुर में प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी चैत्र मास में लगने वाले उत्तर भारत के प्रसिद्ध मेले में शुमार चैती मेले में आज तड़के मां बाल सुंदरी देवी का डोला गाजे बाजे और धूम धड़ाके तथा ढोल नगाड़ों की थाप पर झूमते हुए श्रद्धालुओं की भक्ति के बीच पुलिस की कड़ी सुरक्षा में मां बाल सुंदरी देवी का डोला नगर मंदिर से चलकर शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ 5 किलोमीटर दूरी तय कर चैती मंदिर पहुंचा। इस दौरान पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे।

 आपको बताते चलें कि मां बाल सुंदरी देवी का डोला पूर्व के वर्षों की भांति धूमधाम के साथ नगर मंदिर से चैती मंदिर के लिए रवाना हुआ। मां बाल सुंदरी की स्वर्ण प्रतिमा को लेकर गाजे बाजे एवं ढोल नगाडों के साथ पंडा विकास अग्निहोत्री मां के नगर मंदिर मोहल्ला पक्काकोट से हजारों भक्तों की भीड़ के साथ पालकी रूपी डोले में लेकर चैती मेला भवन पहुॅचे। सुबह तड़के मां बाल सुंदरी की स्वर्ण प्रतिमा मां के भवन में पहुॅचते ही भक्तों की भीड प्रसाद चढाने के लिए चैती मेले में उमड पडी। मां बाल सुंदरी पांच दिन चैती मंदिर में विराजमान रहने के बाद वापस धूम-धडाके के साथ 21-22 अप्रैल की मध्यरात्रि वापस नगर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी। मां को नगर मंदिर से लेकर चैती मंदिर पहुंचे पंडा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि मां बाल सुंदरी देवी का डोला नगर मंदिर से चैती मंदिर के लिए प्रस्थान करने से पूर्व मां की स्वर्णिम प्रतिमा को बीती शाम 4 बजे से रात्रि में 12 बजे तक मां बाल सुंदरी देवी मोहल्ला पक्का कोट स्थित नगर मंदिर में सार्वजनिक दर्शनों के लिए सुलभ थीं। इस दौरान स्थानीय तथा दूरदराज से आये मां के भक्तों ने मां के दर्शन किये। रात्रि 12 बजे कलश स्थापना होकर हवन पूजन के साथ सांकेतिक बलि दी गयी।

यह भी पढ़ें 👉  दक्षता आधारित आकलन एवं प्रश्न बैंक निर्माण पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ।

 

 

 

इसके बाद माँ का डोला तड़के सुबह 3 बजे नगर मंदिर से चलकर सवा 4 बजे चैती मंदिर भवन में विराजमान हुईं। उन्होंने बताया कि त्रयोदशी और चतुर्दशी यानी कि 21-22 अप्रैल की मध्यरात्रि में पूरे विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर वापस नगर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी। भक्तों में मां के प्रति श्रद्धा का अनुमान इसी के साथ लगाया जा सकता है कि डोले के साथ हजारों की संख्या में मां के भक्त डीजे और ढोल तथा बैंड बाजों की धुन पर झूमते नाचते जा रहे थे।

आज अष्टमी के दिन से स्थानीय और दूर-दराज से आये श्रद्धालु प्रसाद चढ़ाएंगे। आगामी 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के चलते सुरक्षा की दृष्टि से डोला यात्रा में काफी मात्रा में काशीपुर तथा आसपास के थाना क्षेत्रों से पुलिस बल तैनात था। मां का डोला मोहल्ला पक्काकोट स्थित नगर मंदिर से शुरू होकर मां मनसा देवी रोड, मुख्य बाजार नगर निगम रोड महाराणा प्रताप चौक और द्रोणा सागर के पीछे टीले वाली सड़क से होते हुए चैती मंदिर पहुंचा। सुरक्षा के बावत एसडीएम काशीपुर अभय प्रताप सिंह ने बताया कि डोला क्योंकि पहले से ही प्रस्तावित था ऐसे में पुलिस के द्वारा सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त पहले से ही किए हुए हैं। डोले के साथ में पुलिस फोर्स तैनात है तो वही मंदिर भवन में भी पुलिस की व्यापक व्यवस्था की गई है।

 

यह भी पढ़ें 👉  एसएसपी प्रहलाद मीणा की विशेष अपील: क्रिसमस और नव वर्ष पर सुरक्षा को प्राथमिकता दें

 

मंदिर में श्रद्धालु मां के दर्शन सुलभ तरीके से कर सके इसके लिए भी काफी संख्या में फोर्स तैनात की गई है। इसके अलावा खालसा ग्रुप और अनेक वॉलिंटियर्स तथा एसपीओ भी मां के डोले में तैनात किए गए। आगामी लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को होने वाले हैं जिसके चलते आम जनता प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार में व्यस्त है लेकिन फिर भी श्रद्धालु मां की भक्ति में चुनाव प्रचार को भी पीछे छोड़ते हुए और सारी थकान को पीछे छोड़ते हुए मां के डोले के साथ घूमते और नाचते हुए मां के जयकारे लगाते हुए नजर आए।