रामनगर महाविद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया गया एनसीसी दिवस, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम, कैडेट्स को किया गया सम्मानित।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रामनगर। पीएनजी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामनगर में एनसीसी दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर 79 और 24 यूके बटालियन की एनसीसी इकाइयों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य प्रो. अनीता जोशी ने की और सभी कैडेट्स को एनसीसी दिवस की शुभकामनाएं दीं।
मुख्य अतिथि उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के सचिव विनोद प्रसाद सिमल्टी ने युवाओं की राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए एनसीसी के महत्व को समझाया। उन्होंने कैडेट्स को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया। 79 बटालियन के एएनओ लेफ्टिनेंट (डॉ.) डी.एन. जोशी ने व्यक्तित्व विकास में एनसीसी की भूमिका पर विचार रखे, जबकि 24 यूके बटालियन की एएनओ लेफ्टिनेंट (डॉ.) कृष्णा भारती ने युवाओं को एकता और अनुशासन का संदेश दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम:
इस अवसर पर कैडेट्स ने कविता पाठ, एकल नृत्य और समूह नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं।
- कविता पाठ: कैडेट आकांक्षा रावत और दिव्या आर्या ने एनसीसी दिवस पर विशेष विचार रखे। पूर्व कैडेट रचना परिहार ने सैनिकों के जीवन पर स्वरचित कविता का वाचन किया।
- नृत्य प्रस्तुतियां: सचिन भारद्वाज और ममता नेगी ने एकल लोकनृत्य प्रस्तुत किया। वहीं, समूह नृत्य में आकाश कुमार, हर्ष कुमार, अरमान, तनिष्का बेलवाल, आशा, नेहा और राशि की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भावना मेहरा, सिमरन खैरिया, गायत्री, शीतल और खुशी नेगी की प्रस्तुति को भी खूब सराहा गया।
कैडेट्स को किया गया सम्मानित:
एनसीसी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रक्तदान करने वाले कैडेट्स आकाश कुमार, कुनाल सिंह सैनी और करन कोहली को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। “नमामि गंगे” अभियान में विशेष योगदान देने वाले कैडेट्स—सुमित, पारूल, हिमांशु कुमार और मुकेश रावत—को मेडल, प्रमाण पत्र, टी-शर्ट और कैप प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में विशेष योगदान:
शोध अधिकारी मनीष सुयाल, डॉ. अरुणा पांडेय, विजय सिंह, प्रकाश चंद्र और मदन भारती कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सीनियर अंडर ऑफिसर सक्षम चौहान, श्रेया रावत, ज्योति सती, सुमित, खुशी, ज्योति वर्मा, ज्योति राणा, सूरज पांडेय, मनोज कुमार और महक का कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम का संचालन कैडेट तनुजा जोशी ने किया।