कक्षा 12वीं के छात्र पर हमला: पिता और भाई भी हुए शिकार, पुलिस ने की कार्रवाई।

कक्षा 12वीं के छात्र पर हमला: पिता और भाई भी हुए शिकार, पुलिस ने की कार्रवाई।
ख़बर शेयर करें -

कक्षा 12वीं के छात्र पर हमला: पिता और भाई भी हुए शिकार, पुलिस ने की कार्रवाई।


 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

काशीपुर: ट्यूशन से लौट रहे कक्षा 12वीं के छात्र रुद्राक्ष टंडन पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। पिता और भाई ने जब मौके पर पहुंचकर बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो हमलावरों ने उनके साथ भी मारपीट की। घटना के बाद छात्र के पिता अजय टंडन ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद पुलिस ने दो नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें 👉  पूर्व सभासद भुवन सिंह डंगवाल के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर आयोजित, 135 लोगों ने लिया लाभ।

घटना का विवरण:

मोहल्ला लाहोरियान, पुरानी सब्जी मंडी निवासी और काशीपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अजय टंडन ने बताया कि उनका बेटा रुद्राक्ष सोमवार शाम मोहल्ला आर्य नगर में ट्यूशन पढ़ने गया था। इसी दौरान मोहल्ला मझरा निवासी आयान ने रुद्राक्ष के हेयर स्टाइल को लेकर धर्म से जुड़ी टिप्पणी की। रुद्राक्ष ने इसका विरोध किया, तो आयान ने अपने 20-25 साथियों को बुला लिया और छात्र पर हमला कर दिया।

यह भी पढ़ें 👉  राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप: हरियाणा और उड़ीसा ने दर्ज की बड़ी जीत, दर्शकों में जबरदस्त उत्साह।

परिवार पर हमला:

घटना की सूचना मिलने पर रुद्राक्ष के पिता अजय टंडन और बड़ा भाई वंश टंडन मौके पर पहुंचे। हमलावरों ने उन पर भी हमला किया और जान से मारने की धमकी दी।

पुलिस की कार्रवाई:

तहरीर के आधार पर पुलिस ने आयान और सुहेल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। कोतवाली प्रभारी विक्रम राठौर ने बताया कि घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  "काशीपुर में सड़क सुरक्षा माह: नशा मुक्ति अभियान के तहत बाइक रैली का जोरदार आयोजन"

सामाजिक प्रतिक्रिया:

घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता राम मेहरोत्रा, गगन कांबोज, अमरीश अग्रवाल एडवोकेट, रवि पाल समेत कई लोग कोतवाली पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

निष्कर्ष:

इस घटना ने काशीपुर में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का दबाव है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।