सरस आजीविका मेले में स्थानीय उत्पादों को मिला बेहतर बाजार: आयुक्त दीपक रावत।

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सरस आजीविका मेले में स्थानीय उत्पादों को मिला बेहतर बाजार: आयुक्त दीपक रावत।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

हल्द्वानी, एमबी इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित सरस आजीविका मेले का भव्य आयोजन किया गया, जहां आयुक्त/सचिव मा0 मुख्यमंत्री दीपक रावत ने मेले का निरीक्षण कर इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में दो स्थानों पर सरस मेलों के आयोजन हेतु बजट की व्यवस्था की गई है, जिससे स्वयं सहायता समूहों और स्वयं सेवी संस्थाओं को अपने उत्पादों को एक बेहतर बाजार उपलब्ध हो सके।

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आयुक्त ने मेले में भ्रमण के दौरान बताया कि एमबी इंटर कॉलेज में आयोजित सरस मेला सफलतापूर्वक चल रहा है। इस मेले में कुल 250 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से स्थानीय उत्पादों की जानकारी आम लोगों को मिल रही है। इससे न केवल स्थानीय उत्पादों को बाजार मिल रहा है, बल्कि स्वयं सहायता समूहों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो रही है।

स्थानीय उत्पादों को मिल रहा बढ़ावा

आयुक्त दीपक रावत ने स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों से वार्ता कर उनकी राय जानी। प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके उत्पादों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं और खरीदारी में रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार स्थानीय उत्पादों को ई-कॉमर्स से भी जोड़ रही है, जिससे लोगों को ऑनलाइन खरीदारी की सुविधा मिल रही है।

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बेहतर व्यवस्थाओं की सराहना

स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों ने बताया कि मेले की सभी व्यवस्थाएं उच्च स्तर की हैं और सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इस पर आयुक्त ने कहा कि ऐसे मेलों से देश के विभिन्न राज्यों के स्थानीय उत्पादों को एक मंच मिलता है, जिससे न केवल आम लोगों को उपयोगी वस्तुएं मिलती हैं, बल्कि इन उत्पादों से जुड़े कारीगरों और समूहों को रोजगार और आर्थिक मजबूती भी प्राप्त होती है।

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अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पांडे, नगर आयुक्त ऋचा सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी, उपजिलाधिकारी परितोष वर्मा, डीडीओ गोपाल गिरी गोस्वामी, एपीडी चंद्रा फर्त्याल सहित स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

सरस आजीविका मेला स्थानीय उत्पादों के प्रचार-प्रसार और स्वरोजगार को बढ़ावा देने का एक सशक्त मंच बनकर उभरा है, जिससे स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को नए अवसर मिल रहे हैं।