जबरन धर्मान्तरण पर रोक और UCC लागू करने में जनसहयोग जरूरी: सीएम धामी।
UCC, दंगा विरोधी कानून और भूमि अतिक्रमण पर सरकार के कठोर कदमों के लिए जनसहयोग की अपील
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य में जबरन धर्मांतरण और डेमोग्राफिक बदलाव (जनसंख्या असंतुलन) जैसे गंभीर विषयों पर सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है, लेकिन इन प्रयासों को प्रभावी बनाने के लिए जन सहभागिता और कानूनी जागरूकता बेहद जरूरी है।
सीएम धामी सोमवार को गढ़ी कैंट, देहरादून में आयोजित “विकसित भारत @2047: सामूहिक संवाद – पूर्व सैनिकों के साथ” कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने पूर्व सैनिकों से राज्य के विकास के लिए सुझाव मांगे और उन्हें सम्मानित भी किया।
‘सैनिक राष्ट्र के प्रहरी, अब पर्यावरण के भी बनें प्रहरी’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार राज्य में व्यापक स्तर पर “एक पेड़ अपनी मां के नाम” अभियान चला रही है। उन्होंने पूर्व सैनिकों से अपील करते हुए कहा कि,
“आप जहां भी पेड़ लगाएंगे, उसका संरक्षण सुनिश्चित होगा, क्योंकि आप एक सैनिक हैं – राष्ट्र और पर्यावरण दोनों के प्रहरी।”
उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक वन प्रभाग में 1000 पेड़ लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने गिनाईं सरकार की प्रमुख उपलब्धियां:
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राज्य में बीते दो माह में 38 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे
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बेरोजगारी दर 4.2% से भी नीचे पहुंची, जो राष्ट्रीय औसत से कम है
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मानसरोवर यात्रा में 7 दिन की कटौती, आदि कैलाश यात्रा को मिली नई गति
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पूर्व सैनिकों के लिए अनुग्रह राशि में अभूतपूर्व बढ़ोतरी
“UCC, भूमि अतिक्रमण और दंगा विरोधी कानून पर सरकार गंभीर”
सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने समान नागरिक संहिता (UCC), सख्त दंगा विरोधी कानून और भूमि अतिक्रमण पर कठोर कार्रवाई जैसे साहसिक कदम उठाए हैं। लेकिन इन प्रयासों की सफलता समाज के सहयोग और जागरूकता पर निर्भर है।
“सैनिक परिवार से होने के नाते समस्याओं को नजदीक से समझा है”
मुख्यमंत्री ने कहा,
“मैं खुद एक सैनिक का बेटा हूं, इसलिए पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों की समस्याओं और चुनौतियों को बहुत करीब से देखा और समझा है। सरकार के हर निर्णय में यही संवेदनशीलता झलकती है।”
सम्मान और संवाद में जुटे पूर्व सैनिक
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, ले.ज. (सेनि) ए.के. सिंह, मे.ज. (सेनि) के.एस. राणा, क. बीरेंद्र सिंह राणा, ब्रिगेडियर नितेश बिष्ट समेत बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।

